अनंत कुशवाहा
अम्बेडकरनगर। ग्रामीणांचलो मे बैंको में कैश न होने की समस्या अब गंभीर रूख अख्तियार करती हा जा रही है। पैसे की चाहत में कई दिनों तक बैंक का चक्कर लगाकर थक चुके लोगों का धैर्य अब टूटने लगा है। हालत यही रहा तो आने वाले दिनों में कैश को लेकर स्थिति विस्फोटक बन सकती है। सबसे बुरा हाल तो ग्रामीण बैंको का है। बुधवार को दो स्थानों पर ग्रामीण बैंक की शाखाओं में आक्रोशित लोगों ने ताला जड़ दिया। सम्मनपुर थाना क्षेत्र में तो लोगों के आक्रोश को देखते हुए बैंक मैनेजर व कर्मचारी वापस होने को मजबूर हो गये। यही हाल अन्नावां स्थित ग्रामीण बैंक की शाखा का भी रहा।
सम्मनपुर बाजार मंे ग्रामीण बैंक की शाखा है। बुधवार की सुबह जब बैंक कर्मी बैंक पहुंचे तो आक्रोशित लोगों ने कर्मचारियो को ताला नहीं खोलने दिया। लोगों का कहना था कि पहले कैश की व्यवस्था की जाये इसके बाद वह ताला खोलने देंगे। ग्रामीणों का कहना था कि वे कई दिनों से लाइन लगाकर थक जा रहे है लेकिन कैश की कमी के कारण उन्हे पैसा नहीं मिल पा रहा है। ऐसा ही हाल अहिरौली थाना क्षेत्रांतर्गत स्थिति बडौदा उप्र ग्रामीण बैंक की शाखा अन्नावां का भी है। इस शाखा में भी पिछले छः दिनो से पैसा न आने के कारण बैंक ग्राहकों ने बैंक गेट पर ताला लगा दिया। खाता धारकों के अनुसार पिछले छः दिनो से वे बैंक मे रूपये निकालने के लिए सुबह से लाइन मे खडे हो जाते है और शाम को बताया जाता है कि बैंक की शाखा को पैसा ही उपलब्ध नही कराया गया है। बडौदा उप्र ग्रामीण बैंक की शाखा के बाबू द्वारा ग्राहको के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने से लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है। सूचना पर पहुंचे बैंक अधिकारियों ने बैंक का ताला खुलवाया और बैंक में कैश मौजूद पाया गया।