सवाल सत्याग्रह के अंतिम दिन PNN24 न्यूज़ से टेलीफ़ोन पर बात करते हुवे कांग्रेस नेता शैलेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी पर जमकर तंज़ कसे. हमसे बात करते हुवे उन्होंने तंजिया लहजे में कहा कि 50 दिन पूरे हो चुके हैं, मुबारक हो, आपका स्वर्णिम भारत में स्वागत है। अब ना कोई कालाधन है, ना कोई भ्रष्टाचार है, ना कोई चोर है, सारा भारत अब डिजिटल हो चुका है, भिखारी भी अब ऑनलाइन भीख ले रहा है, किसान ऑनलाइन बीज ख़रीद रहा है और ऑनलाइन ही फ़सल उगा के बेच भी दे रहा है।
देश के सारे बच्चे अब whatsapp से भी तेज़ ऑनलाइन मनी ट्रान्स्फ़र कर रहे हैं, सारे पार्टियाँ अब RTI के दायरे में हैं, 50 लाख करोड़ का कालाधन पकड़ा जा चुका है, अब यहाँ बूल्लेट ट्रेन नहीं सीधे रोकेट ही चलते हैं, विदेश से अब तक 5000 लाख करोड़ का कालाधन वापस आ चुका है, किसी को अब लाइन में लगने की ज़रूरत ही नहीं है, क्यूँकि BPL परिवारों को भी 10 आइफ़ोन दिए गए हैं, इंटर्नेट भी फ़्री है, कोई ऑनलाइन ट्रैंज़ैक्शन फ़ी नहीं है, गैस सिलेंडर छोड़िए सब सोलर एनर्जी से रोटी बनाते हैं, सबके अकाउंट में 15 लाख आ गए हैं, देश में अब सारा व्यापार दलित वर्ग संभाल रहा है, अम्बानी-अदानी सब बर्बाद हो चुके हैं, भारत दुनिया का पहला कैशलेस देश बन गया है जहाँ 100 फ़ीसदी सफ़ेद धन है, कोई अगर भ्रष्टाचार करने की सोचता भी है तो उसे जेल हो जाती है, औरतें-लड़कियाँ सब सुरक्षित हैं, सारे बच्चे स्कूल जाते हैं, एक भी किसान अब आत्महत्या नहीं कर रहा है, सारे किसानों का क़र्ज़ा माफ़ किया जा चुका है, बैंक माल्या जैसे बकायेदारों को पकड़ के जेल में डाल चुके हैं और अपना सारा क़र्ज़ा वापस ले लिया है, पाकिस्तान को छोड़िए; पूरी दुनिया अब हमारी बात सुनता है, अब तो UNO भी हम ही हैं, देश में अस्पताल और स्कूल-कॉलेज तो घरों से भी ज़्यादा हैं, एक भी युवा बेरोज़गार नहीं है, अब हमारे यहाँ US से लोग नौकरी करने आते हैं, पूरी दुनिया में अब भारतीय झंडा फहरा रहा है, जो राष्ट्र गान पर खड़ा नहीं होता है उसे रोकेट में बाँध के चाँद पर भेज दिया जाता है, भारत की हिंदी डिक्शनेरी से अब ग़रीब नाम का शब्द हटा दिया गया; जल्दी ही ग़रीबी भी हटा दिया जाएगा। हमें काफ़ी दुःख है की हमारी ग़रीबी हमारे बच्चे नहीं देख पाएँगे, देखिए लगता है कल ही की बात है, हम सब लोग कितना ग़रीब हुआ करते थे और आज ! और यह सब मुमकिन हुआ है हमारे PM मोदी जी की वजह से! हमने तो सिर्फ़ अच्छे दिन माँगे थे, मोदी जी ने सपने साकार कर दिए।