इमरान सागर/खुदागंज,शाहजहाँपुर
क्षेत्र में नहीं रुक रहा है अवैध खनन,आचार संहिता लगने के पश्चात भी पुलिस सुस्त अवस्था में अपने दायित्वो का निर्वाह कर अचार सहिंता का उल्लंघन कराने में खनन माफियाओं के हौसले बढ़ा रही है!रात्रि 10:00 बजे के पश्चात खनन माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर नगर के मुख्य मार्ग पर सफेद बालू और मिट्टी खनन कर ट्रालिया सरपट दौड़ती नज़र आती हैं!खनन माफियाओं के इस बैखौफ रबैये के चलते क्षेत्र की पुलिस की भूमिका पर प्रशनचिन्ह लगता नजर आ रहा है जिसके चलते आमजन में विभाग का विश्वास खत्म होता जा रहा है!
सूत्रो से मिल रही जानकारी अनुसार अवैध खनन माफिया द्वारा क्षेत्र में खनन को लगातार अंजाम दिया जा रहा है। रात्रि 10:00 बजे के पश्चात नगर के मुख्य मार्ग पर खनन माफियाओं द्वारा सफेद बालू एवं मिट्टी की भरी ट्रालियों को प्रातः 3:00 बजे तक धड़ल्ले से बिना किसी शासन प्रशासन के डर से दौड़ाया जाता है। यहां पर सबसे बड़ा एवं अहम सवाल यह भी पैदा होता है कि आचार संहिता लगने के पश्चात भी पुलिस अपने सुस्त रवैए के चलते अपने दायित्वों का लापरवाहीपूर्ण निर्वहन कर रही है। जो की सामाजिक एवं देश हित में बेहद खतरनाक है। खनन माफिया इस प्रकार से सक्रिय है कि वह पुलिस एवं प्रशासन को अपनी जेब की कट पुतली समझते हुए अवैध खनन को लगातार अंजाम दे रहे हैं। वह इस प्रकार के अवैध खनन को अपना निजी व्यापार समझते हुए प्रतिमाह लगभग ₹3000 में ₹4000 की दर से 60000 से ₹70000 की धन उगाही करते हैं। हालांकि इसमें सबसे बड़ी आश्चर्य की बात यह है कि रात 10:00 बजे के पश्चात थाने के मुख्य द्वार के समक्ष मौजूद नगर के मुख्य मार्ग से रेत एवं मिट्टी से भरी ट्रालियों का प्रातः 3:00 बजे तक आवागमन होता है लेकिन पुलिस द्वारा इस पर किसी भी प्रकार का कोई अंकुश नहीं लगाया जा रहा है, और ना ही किसी भी प्रकार की कोई प्रभावी कार्यवाही होती दिख रही है। इससे स्पष्ट तौर से साबित होता है कि कहीं ना कहीं पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। अवैध खनन अब से नहीं काफी समय से इसी प्रकार चलता चला आ रहा है लेकिन नगर स्थित थाना के थाना अध्यक्षयो का स्थानांतरण होता रहता है। खनन माफियाओं पर किसी भी प्रकार का कोई शिकायत पुलिस एवं प्रशासन द्वारा शिकंजा कसता हुआ प्रतीत नहीं हो रहा है। आपको बता दें आचार संहिता के पश्चात पुलिस को चुनाव आयोग द्वारा दिए के समस्त निर्देशों का भलीभांति रुप से पालन करवाना पुलिस एवं प्रशासन की नैतिक जिम्मेदारी होती है लेकिन इस प्रकार से आचार संहिता के दौरान भी अवैध खनन का होना वास्तव में बेहद हैरानी भरा है। जब नगर के मुख्य मार्ग से रात 10:00 बजे के पश्चात प्रात 3:00 बजे तक धड़ल्ले के साथ ट्रालियों का आवागमन होता है।तब उसी समय पुलिस भी रात्रि गश्त के समय किस प्रकार से अपनी जिम्मेदारी एवं दायित्वों का निर्वहन करती है। इस पर अगर दृष्टि डाली जाए तो पुलिस की भूमिका पर बड़ा बड़ा प्रसन्न चिन्ह लगना स्वाभाविक है।