बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने 61 वें जन्मदिन पर एक संवाददाता सम्मेलन में उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दागी चेहरा बताया, मयावती अपने जन्मदिन पर कुछ अलग अंदाज में थी, हालांकि कि तेवर वही पूराने हैं, रविवार को उन्होंने ने पहली बार अखिलेश को दागी बताकर हमला किया, मयावती ने कहा जनता के बेदाग चेहरे को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना चहती है,
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अखिलेश यादव को मुजफ्फरनगर दंगे का दोषी बताते हुए जनता से उन्हें वोट न देने की अपील की, उन्होंने ने कहा कि अखिलेश के दागी चेहरे को फिर से उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करने से पहले जनता सोचे, उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के गुंडों, माफिया और बाहुबली दागी नेताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार ने अबतक यूपी की जनता को लुटा है, मयावती कांग्रेस की खस्ता हालत को देखते हुए कहा कि कांग्रेस तो आक्सीजन है पर है, उन्होंने ने कहा मेरे जन्मदिन को पूरे देश भर में बसपा के लोगों ने सपा सरकार की तरह शाही अंदाज में नही मनाया और न ही हम उनकी तरह प्रदेश की गरीब जनता का धन पानी की तरह बहाते है, भाजपा पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा नोटबंदी का फैसला केंद्र सरकार की सोची समझी साजिश है और राजनीतिक स्वार्थ के लिए गये इस फैसले से देश का आम आदमी अभी तक उभर नही पाया है, मायावती ने कहा प्रदेश और देशका ध्यान बांटने के लिए सोची समझी साजिश के तहत केंद्र सरकार की भाजपा सरकार ने राजनीतिक स्वार्थ में विधानसभा चुनाव घोषित होने से कुछ समय पहले 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी का फैसला किया, उन्होंने कहा जल्दबाजी में लिए गए फैसले से देश की जनता विषेशकर मध्यम वर्ग अभी उबर नही पा रहा है, 50 दिन से ज्यादा बीत गए, लेकिन अभी तक देश के हालात पहले की तरह समान्य नही हुए, नोटबंदी से देश में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, मायावती ने कहा कि भाजपा को कोई अधिकार नहीं है कि वो किसी पर आरोप लगाए, क्योंकि भाजपा एक फर्जी कंपनी है और मीडिया को मैनेज करती है, क्यों इतने सालों तक भाजपा को हमारी संपत्ति की जांच का ख्याल नहीं आया, जैसे ही चुनाव आया वैसे ही बीजेपी ने अपने हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए, लेकिन कोई फायदा नहीं है, बसपा को जब भी बदनाम करने की कोशिश हुई है, तब तब पार्टी और भी मजबूती से उभरी है, पार्टी को झूठे आरोपों से कोई फर्क नहीं पड़ता है, उनके हथकंडों से हमें फायदा होगा और यूपी में हमारी सरकार ही बनेगी, नोटबंदी पर मायावती ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि केंद्र को इस दौरान जितना भी कालाधन बरामद हुआ है, उसका पूरा ब्योरा देना चाहिए, मायावती ने कहा भाजपा एवं मोदी में थोड़ी सी भी ईमानदारी और सच्चाई है और वे खुद को पूरी तरह बेदाग और दूध के के धुले समझते है तो नोटबंदी का फैसला लागू करने से पहले के दस महीने और 8 नवंबर के बाद का पार्र्टी नेताओं और पूंजीपतीयों के बैंक खातों का ब्योरा सार्वजनिक करें, उन्होंने ने कहा कि इन खातों में कितना जमा हुआ और किन किन कार्यो पर कितना खर्च किया गया है उसका भी हिसाब देशवासियों को देना चाहिए, लेकिन भाजपा ऐसा नही करेगी, क्यूंकि इससे उसका असली चेहरा सामने आ जाएगा कि वो कितने बेदाग है, दरसल ये तो कुछ समय पहले ही साफ हो गया था कि मायावती केक नही काटेंगी और चंदा भी नही लेंगी, आपको बता दे कि हर साल उनका जन्मदिन बहुत ही शानदार अंदाज में मनाया जाता था, साल 2010 में उनके जन्मदिन पर 25 करोड़ खर्च हुआ था, जिस पर भाजपा ने खुब जमकर हंगामा किया था, कुल मिलाकर समाजवादी पार्टी में मची वर्चस्व की जंग में जहां एक तरफ पिता मुलायम सिंह यादव और बेटा अखिलेश यादव साईकिल की सवारी के लिए निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटा रहे है, वही दूसरी ओर तानाशाही का महौल को देखते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती भी किसी पर कोई कटाक्ष करने में कोई कसर नही छोड़ती, अब देखना ये है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में जिस तरह जनता के दिलों में बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपना जलवा कायम किया है, उसी बात को मद्देनजर रखते हुए इस विधानसभा में बसपा क्या रंग लाती है।