बलिया। भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए सरकारें चाहे जितनी भी कोशिश कर लें, जिम्मेदार उसको सफल नहीं होने देंगे। बात यदि आवास योजनाओं पर करें तो स्थिति स्पष्ट हो जायेगी। जिले में यह योजना पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी हैं। जांच के नाम पर लीपापोती करने की वजह से धांधली पर विराम नहीं लग पा रहा है। शायद इसका मुख्य कारण दागी हाथ है। सूत्रों की माने तो जांच में बड़े पैमाने पर लोहिया आवास में घपले की बात सामने आयी है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आदेश-निर्देश का दौर चल रहा है।
हालांकि सीडीओ ने पंदह ब्लाक के जोगेसरा व चिलकहर ब्लाक के पांडेयपुर गांव के सचिव व बतौर सेक्टर प्रभारी एडीओ के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। लेकिन अंजाम क्या होगा, कुछ कहना जल्दबाजी जैसा है। क्योंकि इसके पहले भी अधिकारियों की ओर से विभिन्न आवास योजनाओं में गड़बड़ी पाये जाने पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया,लेकिन सबकुछ फाइलों में ही रह गया। पंदह ब्लाक के जोगेसरा गांव के सचिव पर पहले से पंदह ब्लाक के पहराजपुर, पकड़ी, पूर आदि गांवों में तैनाती के दौरान इंदिरा आवास में गड़बड़ी पाये जाने पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया। पंचायत चुनाव के दौरान मतदाता सूची में गड़बड़ी करने के मामले में भी राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। सोहांव ब्लाक में तैनाती के दौरान भी इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसके अलावा जिले के आधा दर्जन से अधिक सचिव व बतौर सेक्टर प्रभारी एडीओ के खिलाफ आवास योजनाओं में धांधली के मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया गया, लेकिन कभी कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका।