मोहल्ला बिजलीपुरा स्थित मदरसा नूरुलहुदा के हाल में आयोजित कार्यक्रम का आगाज हाफिज रिजवान ने तिलावते कुरआने पाक से किया। कारी निजामुददीन हशमती ने नात-ए-पाक पेश कर लोगों को बेदार किया इसके बाद मौलाना निजामुददीन गौस पाक की सीरत पर रोशनी डाली। कारी डा. फुरकान रजा नूरी ने कहा कि गौस-ए-आजम मादरजात वली थे उनकी विलायत का आलम था जिसपर निगाह डाल दी उसकी दुनिया ही बदल गयी। गौस पाक सब वलियों में आला हैं। सारे वली गौस-ए-आजम के सिलसिले से वाबस्ता हैं उनकी करामतें दुनियां में मशहूर हैं। गौस-ए-आजम के दरबार से कोई खाली नहीं लौटता। चोर को भी अबदाल बनाना उन्ही का ही काम है। इस लिये हम सब को चाहिए कि गौस-ए-आजम अब्दुल कादिर जीलानी के बताये हुये तरीकों पर अमल करें उनकी सीरत को अपनी जिन्दगी का नमूना-ए-अमल बनाये ंतो दुनिया में भी इज्जत और आखरत में भी इज्जत होगी। कारी अमीर अहमद ने कहा कि गौस-ए-आजम की बिलायत का ऐलान उनके पैदा होने से पहले ही पैगम्बरे इस्लाम ने कर दिया था। इस लिये वह वलियों के वली हैं। प्रोग्राम में कारी अनवर आलम, मौलाना महताब आलम, हाफिज सुहेल, मौलाना वकार ने भी नात पाक पेश की। आखिर में सलात-ओ-सलाम के फातेहा ख्वानी की गयी जिसमें कौम व मुलक की खुशहाली के लिये दुआ की गयी और हाजरीन में लंगर तकसीम किया गया। निजामत अनवार आलम बाराबंकवी ने सदारत काजी शहर तिलहर मोहम्मद अकरम सलीम ने की। आखिर में मदरसा के प्रधानाचार्य इकबाल हुसैन उर्फ फूल मियां ने सभी का शुक्रिया अदा किया। इस मौके पर हाफिज इमरान, बिलाल खां, कारी उमर, महबूब हुसैन इदरीसी, असगर यासिर, समीउल्ला खां बाबू मियां, जकी खां, शाहिद खां, शमशाद खां, सरताज अत्तारी, रिजवान अत्तारी, मौलाना सुहेल, नासिर सकलैनी, अब्दुल लतीफ खां, शाकिर अली, हाफिज अतीकुर्रहमान, मतलूब अली, काजी मोहम्मद अकरम, आफताब, हाफिज यूनुस, मोहसिन खां, हाफिज इरफान, मोहम्मद इरफान, राशिद हुसैन राही मोहम्मद उवैस, शमीम खां, हाजी सुलेमान आदि मौजूद थे।