आधार मेले में खुलेआम हुआ अखिलेश के स्टीकर लगे लैपटाप का प्रयोग
अनन्त कुशवाहा। अंबेडकरनगर
मशहूर शायर राहत इन्दौरी का एक शेर दिमाग में आ रहा है समाचार बताने के पहले आपको वो शेर ही पढवा देता हु. शेर कुछ इस तरह है..
मेरे हुजरे में नहीं और कही पर रख दो, आसमां लाये हो ले आओ ज़मी पर रख दो,
अब कहा ढूढने जाओगे हमारे कातिल, आप तो क़त्ल का इलज़ाम हम ही पर रख दो.
निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना जारी करने के बाद जहां तमाम नियम और कानून तय कर दिये है वहीं जगह जगह आदर्श आचार संहिता का माखौल उडाये जाने का भी मामला सामने आने लगा है और तो और जब हाकिम ही ऐसा कर रहे हो तो आम आदमी की क्या विसात।
कुछ ऐसा ही नजारा आज कलेक्टेªट के निकट जिला सूचना विज्ञान केन्द्र द्वारा आयोजित आधार मेले में देखने को मिला जहां निवर्तमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का स्टीकर लगा सरकारी लैपटाप का प्रयोग किया गया। जिसे लेकर तरह तरह के सवाल भी खडे हुए।
उल्लेखनीय है कि जिला सूचना विज्ञान केन्द्र द्वारा सीडीओ आवास के सामने सरकार द्वारा आधार मेले का आयोजन किया गया था। जिसमें तमाम लोगों ने पहुच कर आधार कार्ड बनवाये। इस दौरान कई उच्चाधिकारियों ने व्यवस्थाओं को जायजा भी लिया। पूरे मामले मे ंसबसे खास बात यह रही कि यहां जिन लैपटापों का प्रयोग किया गया उन सब पर पीछे अखिलेश यादव का स्टीकर लगा हुआ था। सवाल यह उठता है कि मेधावी छात्र छात्राओं को दिये जाने के लिए सरकार द्वारा खरीदे गये लैपटाप आखिर यहां कैसे पहुचे। जाहिर सी बात है कि या तो पात्रों को लैपटाप दिया नहीं गया और यदि दिया गया तो उनसे वापस भी ले लिया गया। फिलहाल मौजूदा समय में जब आदर्श आचार सहित लागू हो चुकी है ऐेसे मे ंसत्ताधारी दल के नेता के फोटो लगे स्टीकर वाले लैपटाप का प्रयोग वह भी सरकारी तौर पर अपने आप में एक बडा सवाल है इसका जबाब किसी के पास फिलहाल नहीं है।