परंपरा और संस्कृति की कहानियों को अगर ताजा अंदाज में कहा जाए, तो किसी भी काल में दर्शक वर्ग बन ही जाता है। बात सही भी है कि हमारी जो परंपरा हजारों साल से चली आ रही है, दर्शकों पर उसका असर तो होता ही है। हमारे टीवी के परदे पर यह उसी असर का परिदृश्य है उसी दौर में कमलाबाई चैरिटेबल ट्रस्ट का “एक कोशिश” सीरीयल जल्दी ही टीवी पर दिखाई देगा।
यह सबसे डिफरेंट तरीके का सीरीयल है। यह केवल और केवल समाज सेवा के इर्द-गिर्द घूमता है। जिसमें आर्थिक रूप से कमजोर बालीकाऔ को पढ़ने के लिए किस किस तरीके से मुश्किलो का सामना करना पड़ता है। एक तरफ तो हमारा समाज आगे बढ़ने की बात कह रहा है और दूसरी तरफ आर्थिक रूप से कमजोर बालिकाऔ को पढ़ने के परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सीरीयल के डायरेक्टर सुनील माथुर ने बताया कि हम देश की जनता को इस तरह की परिस्थितियों से रूबरू करवाना चाहते हैं। वहीं सीरीयल के एसोसिएट डायरेक्टर इन्द्रजीत शर्मा ने बताया कि केवल शहरों का विकास ही सब कुछ नहीं है। असली हुनर गाँवों में बसता है। कमलाबाई चैरिटेबल ट्रस्ट हर उस बालीकाऔ के साथ है जो आगे बढ़ना चाहती है लेकिन किसी विशेष परिस्थितियों में नहीं बढ़ पाती। सीरीयल के कैमरामैन लालचंद मीणा आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं ट्रस्ट के सचिव मदन चौधरी, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने ग्रामीणों को ट्रस्ट की योजनाओं के बारे में जानकारी दी।