एक नामजद आरोपी को पकड़ने गये दारोगा और सिपाही ने आरोपी को पकड़ उसके कब्जे से तमंचा बरामद कर लिया । इसी दौरान दारोगा व सिपाही की आँखों में ग्रामीणों ने धूल झोंककर आरोपी को छुड़ा लिया! पुलिस ने दो महिलाओं समेत दस नामजद किये! वहीं दर्जन भर अज्ञात लोगों को भी दर्ज किया है।
गौरतलब है कि गांव मिर्जापुर के दलित प्रधान अरविन्द कुमार तीन ने दिन पूर्व गांव सभा के मझरा गांव फरीदापुर निवासी अखिलेश उर्फ़ गुड्डू पंडित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमे गुड्डू पर अपने घर के पास सोलर लाइट न लगबाने को लेकर उसे जाति सूचक गलियां देने और मारपीट करने का आरोप लगाया था।
उक्त मामले में नामजद आरोपी गुड्डू के मिर्गापुर गांव में होने की सूचना पर दारोगा अशोक मिश्रा सिपाही गुरदीप के साथ मिर्गापुर पहुंचे । और ओमप्रकाश के घर के सामने सड़क पर बैठे गुड्डू को धर दबोचा । गुड्डू के कब्जे से 315 बोर तमंचा बरामद कर ज्यों ही उसे दारोगा जी वाइक पर बैठाने लगे तभी वह भाग खड़ा हुआ । पुलिस ने पिछाकर गुड्डू को पकड़ना चाहा इसी दौरान ग्रामीणों ने दरोगा की आँख में धूल झोंक कर आरोपी गुड्डू को फरार करबा दिया ।
जैसे तैसे दारोगा व सिपाही आँखे साफकर थाने पहुंचे । फिर क्या था आधा दर्जन बाइकों और जीप भरकर पुलिस पहले मिर्गापुर फिर फरीदापुर पहुची । लेकिन आरोपी गुड्डू हत्थे नहीं चढ़ सका । और पुलिस को बैरंग बापस लौटना पड़ा । पुलिस ने मिर्गापुर गांव की दो महिलाएं माधुरी पत्नी बिजेंद्र , नीतू पत्नी बुधपाल के अलाबा पूर्व प्रधान रामचंद्र के लड़के बिजेंद्र , बीरपाल , डब्लू , झनकू , धर्मराज , मिथलेश पुत्र रूपराम , कैलाश पुत्र रामपाल , गोविन्द पुत्र माखन तथा दस अज्ञात लोगों के खिलाफ वल्वा सहित विभिन्न संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है ।
उधर पूर्व प्रधान रामचन्द्र ने बताया कि प्रधानी के चुनाव में उसका बेटा बिजेंद्र भी चुनाव लड़ा था । लेकिन अरविन्द से हार गया । चुनावी रंजिश के चलते प्रधान अरविन्द ने उसके परिवार को झूठा फंसाया है ।