इमरान सागर
तिलहर,शाहजहाॅपुरः-शासन और प्रशासन तथा मा0 न्यायलय के तमाम आदेश और सख्तियेो के बाबजूद क्षेत्र में खनन माफियाॅ पूरी तरह सक्रिय हैं। पुलिस और स्थानीय प्रशासन पर चुनाव का भर देख खनन माफियाॅ भरपूर फायदा उठाते हुये मिट्टी और सफदे बालू का खनन करने से बाज नही आ रहे हैं जिससे जिलाधिकारी का आदेश बेअसर होता नजर आ रहा है।
प्रदेश भर की नदियों ने खनन रोकने के लिये माननीय उच्च न्यायालय सख्त कार्यवाही आदेश एंव शासन की सख्ंती के बाद भी तिलहर क्षेत्र में मिट्टी और बालू खनन जारी है। सफेद बालू और मिट्टी खनन रोकने के लिये बीते दिनो निवर्तमान जिलाधिकारी रामगणेश ने अधिनस्तो को कड़े शब्दो से फरमान जारी किया कि खनन पर पूरी तरह सख्ंत कार्यवाही की जाये लेकिन अभी तक उस फरमान का अमल में आना दिखाई नही दिया जिसके चलते बुलन्द हौसलो के साथ खनन माफियाॅ सक्रिय होकर मिट्टी और सफेद बालू का लगातार खनन कर रहे हैं। गौर तलब हो कि शाम का धुंधलका घिरते ही हाईवे चैराहे पर स्थित चौकी पुलिस की नाक के नीचे ही सड़को पर मिट्टी और सफेद बालू से भरे वाहन सरपट दौड़ते नजर आ रहे हैं। नगर की सड़के हो या मोहल्लो की गलिया सभी जगहो पर माफियाओं द्वारा खनन की इुई सफेद बालू और मिट्टी के ढ़ेर लगे नजर आते हैं हालांकि स्भानीय प्रशासन द्वारा हर बार ही खनन होने का इंकार किया जाता रहा है परन्तु स्थिति इसके बिपरीत नजर आ रही है। तहसील प्रशासन की हठधर्मिता के चलते खनन माफिया जिला प्रशासन को बेअसर करने के लिये अपनी पूरी दबंगई के साथ अपने काम को अन्जाम दे रहे हैं। सूत्र की माने तो वह बताते है कि गर्रा नदी से खनन सफेद बालू का खनन कर वाहनो में भर कर लाने वाले खनन माफिया हाईवे स्थित पुलिस चौकी पर लेन देन की अपनी गहरी पैठ रखते हैं यहाॅ तक कि किसी उच्चाधिकारी के सामने से भी बालू या मिट्टी से भरा वाहन गुजरता है तो उन्हे भी मैनेज कर लिया जाता है पल भर में ही जबकि गर्रा नदी से सफेद बालू का अधिक खनन का नतीजा साफ दिखाई पड़ता है कि बरसात के मौसम में नदी में आने वाला बाढ़ का पानी नदी के समीप बसे गांवो को आने गुस्से का शिकार बनात है और पीछे छोड़ जाता है एक भैंयकर तबाही।