हल्दी थाना क्षेत्र के गंगापुर हरिजन बस्ती में शुक्रवार की शाम अज्ञात कारणों से आग लग गई। अगलगी इस घटना में सात परिवारों की सात रिहायशी झोपड़ी एवं उसमें रखा घर-गृहस्थी का सामान जलकर राख हो गया। चीख-पुकार के बाद आस-पास के लोगों से घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
गंगापुर निवासी किशुन पासवान के घर से आग की लपटें उठने लगी। अभी लोग कुछ समझ पाते कि आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और देखते ही देखते नगीना,बुटाई, गोरख, मीना देवी, कलावती देवी, संदीप की रिहायशी झोपड़ियां भी आग की भेंट चढ़ गई। अगलगी की घटना से सात परिवार के लोग कड़ाके की ठंड में जीवन यापन करने को विवश हो गये है। इधर,किशुन की पुत्री बबिता की शादी 10 मई को तय थी। इसकी खरीदारी धीरे-धीरे हो रहा था कि आग ने उनके भी मंसूबे पर पानी फेर दिया। उधर, दो थाना क्षेत्रों में आग से पांच रिहायशी झोपड़ियां व उसमें रखा हजारों का सामान राख हो गया। ग्रामीणों के प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका। दूसरी घटना दोकटी क्षेत्र के रामपुर गांव की है। यहां बब्बन यादव, शिवजी यादव तथा शंकर यादव की रिहायशी झोपड़ियां राख हो गईं। बब्बन यादव के घर से अचानक आग की लपटें उठीं, जो देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर ली। तीसरी घटना पकड़ी थाना अंतर्गत ग्राम चकमोती गांव की है। गुरुवार की रात को अचानक बब्बन तिवारी की झोपड़ी में आग लग गई। इसमें रखा हजारों का सामान राख हो गया। परिवार के सदस्य रात को सो रहे थे। अचानक झोपड़ी में लगने से परिवार के सदस्य किसी तरह भाग कर जान बचाए। इसमें गृहस्थी का सारा सामान जल गया।