काग्रेस के पूर्व विधायक वीरेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मुन्ना भईया के पुत्र वीर बिक्रम सिंह प्रिंस को भारतीय जनता पार्टी से कटरा बिधान सभा 131 से टिकिट दिया गया जिससे नाराज भारतीय जनता पार्टी से पुर्व में राज्यमंत्री रहे कोबिद कुमार सिंह, पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन सुधीर सिंह,अनिल शर्मा, मुन्ना सिंह नवादा,भानू प्रताप सिंह ने एक गोपनीय मीटिंग कर पार्टी प्रत्याशी बीर बिक्रम सिह उर्फ प्रिंस को हराने के लिए रणनीति बनाई।
पिता बीरेन्द्र सिंह उर्फ मुन्नी सिंह ने हालांकि अपने जीवन का सबसे बड़ा हिस्सा कांग्रेस को समर्पित किया लेकिन अपने पुत्र बीर बिक्रम सिंह उर्फ प्रिंस को भारतीय जनता पार्टी में शामिल कर कटरा बिधान सभा 131 से टिकट दिलवा दिया जिसके मिलने के फैसले के विरोध में भारतीय जनता पार्टी के अन्य एंव पुराने दावेदार अपनी ही पार्टी के खिलाफ मैदान में आ गये हैं! सूत्रों की माने तो भारतीय जनता पार्टी के टिकिट पर बिधान सभा चुनाव लड़ने के पुराने और प्रबल दाबेदार रहे वरिष्ट नेतागंण पार्टी की दोहरी नीतियों के बिरोध में एक सुर हो गये और कटरा बिधान सभा से भारतीय जनता पार्टी के टिकिट पर चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी प्रिंस को हराने के लिए कमर कस चुके हैं! गुप्त सूत्रों से प्राप्त समाचार के अनुसार उन्होंने खुदागंज के पूर्व चेयरमैन सुधीर कुमार सिंह के आवास पर बैठक कर भाजपा के प्रत्याशी वीर विक्रम प्रिंस को कटरा से टिकट मिलने पर आक्रोश जताया,पूर्व मंत्री कोविद कुमार सिंह ने कहा हम जिले की सभी सीटों पर भाजपा का विरोध करेंगें, काग्रेसिंयों को भाजपा का टिकट देकर पार्टी कार्यकर्ताओं का अहित किया गया हैं,और हमारे साथ अन्याय किया गया हैं जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगें सूत्रों से प्राप्त समाचार के अनुसार बैठक में पूर्व मंत्री कोविद कुमार सिंह, सुधीर सिंह ,मुन्ना सिंह नवादा, अनिल सिंह कमांडो, अनिल शर्मा गोपी भैया, भानु प्रताप सिंह ने एक साथ होकर भाजपा घोषित प्रत्याशी प्रिंस को हराने का संकल्प लिया।
सूत्रो से मिल रही जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी में हाल ही में आए वीर बिक्रम सिहं को पार्टी ने टिकिट देकर अधिक मान सम्मान कर अपने पुराने और वरिष्ट नेताओं एंव कार्य कर्ताओं का अपनान किया है जिसके चलते बिरोध शुरू हो चुका है! वही दूसरी ओर इस बात का भी इंकार नही कि जनपद से भी पार्टी का एक और वरिष्ट कार्यकत्री द्वारा भी बिरोध ही जारी नही है बल्कि बिरोध को पूर्ण रूप देने के लिए निर्दलीय तुनाव लड़ने के लिए मैदान में आने की संभावनाएे प्रबल होती जा रही है।