संजय ठाकुर
घोसी (मऊ) : जिले में बालू एवं मिट्टी के अवैध खनन ही नहीं वरना इसका परिवहन भी अब संभव नहीं होगा। सोमवार की शाम को इसका प्रमाण मिला जब उपजिलाधिकारी डा.राजेश कुमार ने स्वयं पिढ़वल मोड़ पर अवैध बालू लेकर जा रही ट्राली को रोका एवं सीज करते हुए ट्राली पुलिस को सौंप मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया।
एसडीएम डॉ. कुमार सोमवार की शाम जिला मुख्यालय से वापस घोसी आ रहे थे। पिढ़वल मोड़ पर अचानक सामने से आ रही ट्राली में बालू एवं उस पर रखे फावड़ों पर पड़ी। मामला अवैध रूप से बालू खनन होने का होने के चलते वाहन से उतरे। इस बीच ट्रैक्टर चालक एवं अन्य भाग लिए। एसडीएम के आदेश पर बालू लदी ट्राली कोतवाली लाई गई।
एसडीएम डा. कुमार ने ट्राली को सीज करते हुए पुलिस को मुकदमा पंजीकृत करने का निर्देश दिया। समाचार दिए जाने तक पुलिस इस कार्रवाई में जुटी रही। एसडीएम ने हाल ही में जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देश का हवाला देते हुए कहा कि राजस्व, पुलिस एवं खनन विभाग की संयुक्त टीम जिले में हो रहे अवैध खनन पर अंकुश लगाएगी। उन्होंने आला अधिकारी के निर्देशानुसार वह स्वयं सीओ एवं खनन अधिकारी संग समूचे क्षेत्र में इस पर निगाहे रखेंगे।
खुलमखुला होता है अवैध खनन
जिले में यूं तो बालू के अवैध खनन के मामले आते जाते रहते हैं हाल ही में कोपागंज के सहरोज में अवैध खनन के दौरा एक मौत होने का मामला सुर्खियों में रहा है। स्थानीय क्षेत्र के बलुवा पोखरा एवं कारीसाथ में भी अवैध खनन आम बात है। इस बाबत मौखिक एवं लिखित शिकायत के बावजूद भी कार्रवाई न हो सकी। स्पष्ट है कि कहीं राजनीतिक दबाव तो कहीं मिलीभगत से यह कारोबार अवैध रूप से संचालित रहा है। बहरहाल अब देखना यह कि प्रशासन इस पर किस हद तक अंकुश लगा