ऑस्कर समारोह में उस वक्त असमंजस की स्थिति बन गई जब सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए गलती से ‘मूनलाइट’ की जगह ‘ला ला लैंड’ की टीम को मंच पर बुला लिया गया
शबाब ख़ान
फिल्म जगत के सबसे प्रतिष्ठित ऑस्कर अवॉर्ड की घोषणा हो चुकी है। इस बार बेस्ट यानी सर्वश्रेष्ठ फिल्म का खिताब ‘मूनलाइट’ को मिला। ‘ला ला लैंड’ सबसे ज्यादा पुरस्कार जीतने वाली फिल्म रही। इसके निर्देशक डेमियन चेजल को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और एम्मा स्टोन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब मिला। चेजल यह पुरस्कार पाने वाले सबसे कम उम्र के निर्देशक बन गए। इसके अलावा यह फिल्म बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग, बेस्ट ओरिजनल स्कोर, बेस्ट प्रोडक्शन डिजाइन और बेस्ट सिनमेटोग्राफी जैसे पुरस्कार जीतने में भी सफल रही।
केसी एफ्लेक को ‘मैनचेस्टर बाय द सी’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का खिताब मिला। ‘फेंसेज’ की वियाला डेविस को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री और ‘मूनलाइट’ के महेरशला अली को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का खिताब मिला। अली ऑस्कर अवॉर्ड जीतने वाले पहले मुस्लिम बन गए। हालांकि, इस वर्ग में फिल्म ‘लॉयन’ के लिए भारतीय मूल के देव पटेल के लिए खिताब की उम्मीद कर रहे भारतीयों को निराश होना पड़ा।
89वें सालाना अकादमी अवॉर्ड के दौरान भी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी विभाजनकारी नीतियों के चलते निशाने पर रहे। प्रस्तोता जिमी किमेल ने कार्यक्रम की शुरुआत ही ट्रंप की नीतियों पर सवाल उठाते हुए की। उन्होंने कहा, ‘इस समारोह के प्रसारण को न केवल लाखों अमेरिकी, बल्कि दुनिया के 225 देशों के लोग भी देख रहे हैं जो अब हमसे नफरत करते हैं।’
इस समारोह में उस वक्त हास्यास्पद स्थिति बन गई, जब प्रस्तोता ने गलती से बेस्ट फिल्म के लिए ‘मूनलाइट’ की जगह पर ‘ला ला लैंड’ की टीम को मंच पर बुला लिया। हालांकि, जब उन्होंने अपनी गलती मानी तो लोगों को शुरू में यह बात मजाक लगी। लेकिन बाद में पता चला कि यह वास्तव में गलती थी। इसके बाद पुरस्कार के लिए ‘मूनलाइट’ की टीम को मंच पर बुलाया गया।