ग्रामीणों को बताया ईवीएम से मतदान का तरीका
बलिया : नवानगर ब्लाक के अधिकारियों व कर्मचारियों ने क्षेत्र के सिसोटार, शेखपुर, देवकली, हरनाटार हरदिया, काजीपुर सहित कई गांव में भ्रमण करके ग्रामीणों को ईवीएम से मतदान का तरीका बताया। कहा कि 4 मार्च को मतदान के लिए बूथ पर अवश्य जाएं मतदान हमारा कर्तव्य है। एडीओ पंचायत अनिल कुमार वर्मा, अभिषेक सिंह, वीरेंद्र प्रजापति, मिथिलेश कुमार, सुरेश वर्मा आदि मौजूद थे।
दो से चार मार्च तक बंद रहेगी आबकारी की दुकानें
बलिया : जिला मजिस्ट्रेट गोविन्द राजू एनएस ने बताया कि मतदान 04 मार्च के मद्देनजर दो मार्च को सायं पांच बजे से चार मार्च सायं पांच बजे तक जनपद बलिया की समस्त देशी शराब, विदेशी मदिरा, बीयर, भांग एवं ताड़ी की थोक/फुटकर बिक्री की दुकाने बन्द रहगी। इसी प्रकार मतगणना 11 मार्च को भी सभी मादक वस्तुओं की बिक्री पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा।
जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि गाजीपुर में मतदान 8 मार्च के मद्देनजर गाजीपुर की सीमा से आठ किमी की परिधि में समस्त आबकारी की दुकानें 6 मार्च को सायं पांच बजे से 8 मार्च को सायं पांच बजे तक बन्द रहेंगी। बन्दी के लिए अनुज्ञापियों को कोई प्रतिफल देय नहीं होगा। इस आदेश का उल्लंघन करने पर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
बलिया में 40 परीक्षा केन्द्र ब्लैक लिस्टेड, बोर्ड परीक्षा 16 से
बलिया : इस वर्ष बोर्ड परीक्षा में पैसे के बल पर नकल की सहूलित देना इतना आसान नही होगा। जिले के ऐसे विद्यालय जो अपनी ऊंची पैठ के बल पर बोर्ड परीक्षा में परीक्षा केन्द्रों की सूची में शामिल हो जाते है और महज चंद रूपयों के लिए परीक्षा के दौरान नकल की खुली छूट देकर परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाङ करते है, शासन नें ऐसे विद्यालयों को परीक्षा केन्द्रों की सूची से बाहर कर दिया है। शासन ने जिले के 40 परीक्षा केन्द्रों को इस बार ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। इन परीक्षा केन्द्रों पर इस वर्ष बोर्ड परीक्षा नहीं होगी।
इस सन्दर्भ में जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह ने बताया कि ऐसे विद्यालय जिनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज है अथवा जिनके विरूद्ध परीक्षा में नकल कराने की शिकायत है, उन विद्यालयों को बोर्ड परीक्षा केन्द्र की सूची से बाहर रखा गया है। इनमें सर्वाधिक विद्यालय नगरा और बिल्थरा क्षेत्र से है। कहा कि जिले में पिछले वर्ष बोर्ड परीक्षा में कुल 353 परीक्षा केन्द्र बनाए गये थे। किन्तु 40 परीक्षा केन्द्रों के ब्लैक लिस्टेड हो जाने के बाद अब यह संख्या 315 ही बच गई।
जिले में परीक्षा केन्द्रों की संख्या घटने के साथ ही इस वर्ष परीक्षार्थियों की संख्या में भी भारी गिरावट आई है। इस सन्दर्भ में डीआईओएस ने बताया कि आगामी 16 मार्च से होने वाली इस वर्ष की बोर्ड परीक्षा में कुल 181000 परीक्षार्थियों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जबकि पिछले वर्ष यह आंकङा 194390 था। आंकङो के हिसाब से इस साल बोर्ड परीक्षा में कुल 13390 परीक्षार्थियों की संख्या घटी है।
नकल की नहीं होगी गुंजाइश : रमेश सिंह
बलिया : जिले में बोर्ड परीक्षा में हो रही खुले आम नकल पर जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह ने बताया कि इस वर्ष नकल कराने वाले परीक्षा केन्द्रों को ब्लैक लिस्टेड करके शासन ने साफ तौर पर दर्शा दिया है कि इस बार बोर्ड परीक्षा में नकल की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। बोर्ड परीक्षा को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। जनपद के 315 केन्द्रों पर कुल 4134 शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। इस बार बोर्ड परीक्षा ड्यूटी में गैर जनपदीय अथवा प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। बोर्ड परीक्षा में वित्तविहीन विद्यालय के 1772 शिक्षकों के साथ ही 2362 वित्तीय शिक्षकों की पैनी नजर बनी रहेगी। बोर्ड परीक्षा में नकल पर नकेल कसने के लिए प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर एक पर्यवेक्षक की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके साथ ही जिले के 23 संवेदनशील परीक्षा केन्द्रों स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे। जिले के पांच तहसील क्षेत्रों में 10 सेक्टर मजिस्ट्रेट नजर बनाए रखेंगें। प्रत्येक तहसील क्षेत्र में दो सचल दस्ता की तैनाती की गई है, जो परीक्षा के दौरान भ्रमण करते रहेगें। सचल दस्ता का नेतृत्व माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के प्रधानाचार्य करेंगे। डीआईओएस ने बताया कि परीक्षा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाऐंगे।
तीस प्रतिशत परीक्षा केन्द्र अंधेरे में
जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह ने स्वीकार किया कि जिले के तीस फीसदी परीक्षा केन्द्र आज भी अंधेरे में है। उन परीक्षा केन्द्रों पर बिजली और पानी के साथ ही परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों के बैठने की माकूल व्यवस्था नहीं है। उन्होने कङी चेतावनी देते हुए कहा कि बोर्ड परीक्षा के दौरान जिन परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों के बैठने के पुख्ता इंतजाम और खिड़की, दरवाजे व्यवस्थित नहीं मिले, उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हे डी-वार कर दिया जाएगा।
परीक्षा में नहीं लगेगें सीसीटीवी कैमरे
जिला प्रशासन की लाख कवायदों के बावजूद इस बार भी बोर्ड परीक्षा बिना सीसीटीवी की निगरानी में होगी। परीक्षा के दौरान सीसीटीवी का अभाव भी नकल के पहिए को चलाने में एक कारगर माध्यम साबित हो रहा है। सीसीटीवी कैमरा न रहने से परीक्षा के दौरान नकल के सहारे परीक्षा पास करने वाले परीक्षार्थियों और नकल कराकर अपनी जेब गर्म करने वालों के भी हौसले बुलंद है। इस सन्दर्भ में डीआईओएस ने बताया कि परीक्षा के दौरान सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए निरन्तर प्रयास किया जा रहा है।
परीक्षा केन्द्रों का दायरा घटा
इस वर्ष बोर्ड परीक्षा में परीक्षार्थियों को शासन ने काफी राहत दी है। व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के लिए दूर-दराज के गांवों में सुनिश्चित होने वाले परीक्षा केन्द्रों का दायरा घटाकर शासन ने 15 किलोमीटर कर दिया है। इसके साथ ही महिला परीक्षार्थियों के लिए यह दायरा महज 5 किलोमीटर कर दिया गया है। शासन के आदेशानुसार व्यक्तिगत परीक्षार्थियों को अब सुदूर गांव में बने परीक्षा केन्द्र पर नहीं जाना पड़ेगा। इसके लिए उन्हे अपने विद्यालय से 15 किलोमीटर के दायरे में ही परीक्षा केन्द्र निर्धारित किया जाएगा। महिला परीक्षार्थियों के लिए अपने विद्यालय से 5 किलोमीटर के दायरे में परीक्षा केन्द्र निर्धारित किया जाएगा। शासन के इस सराहनीय कदम से व्यक्तिगत परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को काफी राहत मिली है।
अस्पताल में बहुत जल्द चलेगा लिफ्ट
लिफ्ट लगने से मरीजों को मिलेगी राहत, एक दशक बाद लिफ्ट का काम हुआ शुरू
बलिया : जिला अस्पताल के नए भवन में अब बहुत जल्द ही लिफ्ट लग जाएगा। लिफ्ट लगाने के लिए बाहर से इंजीनियर आ चुके हैं। और काम भी शुरू हो गया है। एक दशक पहले जिला अस्पताल में नए भवन का निर्माण किया गया था। जिसमें लिफ्ट लगाने की भी जगह बनाई गई थी। लेकिन अब तक लिफ्ट नहीं लग पाया था। अभी कुछ दिन पहले अमर उजाला में प्रकाशित खबर में लिफ्ट के बारे में लिखा गया था। जिसको जिला अधिकारी ने संज्ञान में लेते हुए तत्काल लिफ्ट लगाने की आदेश दिए थे। जिसे अस्पताल प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए लिफ्ट लगवाने की कवायद शुरू करा दिया। माननीय पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर जी के अथक प्रयास से जिला अस्पताल के नए भवन का निर्माण 2003 में किया गया था। उसी वक्त इस भवन में अग्निशमन यंत्र, एवं लिफ्ट कार्डियोलॉजिस्ट, की भी व्यवस्था की गई थी लेकिन एक दशक बाद सिर्फ लिफ्ट लगवाने का ही कार्य सुरु हुआ। सीएमएस डॉक्टर जी सी मौर्या ने कहा कि लिफ्ट मार्च तक लग जाएगा। लिफ्ट लग जाने से मरीजों को दूसरे तीसरे और चौथे तल्लो पर जाने के लिए काफी परेशानी होती रही है। लेकिन अब बहुत जल्द ही लिफ्ट लग जाने से मरीजों को सहुलियत मिलेगी।
चुनाव में परिवहन पर होंगे साठ लाख रुपये खर्च
बलिया : विधानसभा चुनाव के छठवें चरण के मतदान में इस बार केवल परिवहन पर जिला निर्वाचन आयोग लगभग साठ लाख रूपये खर्च करेगा। जिला प्रशासन ने चुनाव में लगाए गये प्राइवेट वाहनों के किराए का निर्धारण करते हुए उन्हें हर हाल में दो मार्च तक वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए है।
ज्ञात हो कि आगामी चार मार्च को जनपद में होने वाले छठवें चरण के विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन कोई ढील बरतना नहीं चाहता। मतदान केन्द्रों पर व्यवस्थित मतदान कराने के लिए मतदाताओं को जागरक करने में भी जिला प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। चुनाव में किसी तरह की सुरक्षा में चूक न हो, इसके लिए जिले में 20 हजार पुलिस बल की तैनाती भी की गई है। इसके साथ चुनाव प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। कर्मचारियों को मतदान पर पहुंचाने और मतदान के बाद बैलेट बाक्स और पोलिंग पार्टी को वापस मुख्यालय लाने के लिए जिला प्रशासन ने जिले के प्राइवेट वाहन स्वामियों को कङे निर्देश दिए है कि चुनाव के दो दिन पूर्व दो मार्च की शाम तक चुनाव ड्यूटी में लगाए गये सभी वाहन हर हाल में जिला मुख्यालय पर रिपोर्ट करें। प्रशासन ने इनका किराया भी निर्धारित कर दिया है। चुनाव ड्यूटी में लगे वाहनों में ट्रक का किराया 1579 रूपये, बस का 1492 रुपये, जीप का 1067 रूपये एवं बोलेरो तथा स्कार्पियों का भाड़ा 1567 रूपये प्रतिदिन निर्धारित किया गया है। इस सन्दर्भ नें सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी आन्जनेय सिंह ने बताया कि चुनाव में कुल 1500 प्राइवेट वाहनोँ की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें ट्रक और बस की संख्या 600 तथा जीप आदि छोटी गाड़ियों की संख्या लगभग 900 है। कहा कि जो वाहन समय से मुख्यालय पर रिपोर्ट नहीं करेगा उसके स्वामी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।