अनंत कुशवाहा
इनको न तो आयोग का डर है और न ही आलाहाकिम से फिर जब ‘सईयां भए कोतवाल तो डर काहेका, बात सत्ता से जुडे और अच्छे रसूख रखने वाले से है। मामला कटेहरी बरवाँ मार्ग से जुडे पिलखावा गाँव का है। यहां पर चुनाव घोषणा तक किसी भी कार्य को नही कराया गया। वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव आते ही कार्य दिखाकर वोट लेने का काम किया जाता है। जबकि बाद मे सब कुछ शून्य दिखाई देता है।
निलोफर बानो डेस्क: आज समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल दंगाग्रस्त संभल के दौरे पर…
ईदुल अमीन डेस्क: वफ़्फ़ संशोधन विधेयक 2024 पर गठित संसद की संयुक्त समिति (जेपीसी) में…
माही अंसारी डेस्क: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से एकनाथ शिंदे ने इस्तीफ़ा दे दिया है।…
संजय ठाकुर डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…
निसार शाहीन शाह जम्मू: जम्मू कश्मीर के कटरा में रोपवे लगाने को लेकर विरोध प्रदर्शन…
आदिल अहमद डेस्क: अमेरिकी न्याय विभाग ने अडानी ग्रुप पर भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देकर…