अनंत कुशवाहा
इनको न तो आयोग का डर है और न ही आलाहाकिम से फिर जब ‘सईयां भए कोतवाल तो डर काहेका, बात सत्ता से जुडे और अच्छे रसूख रखने वाले से है। मामला कटेहरी बरवाँ मार्ग से जुडे पिलखावा गाँव का है। यहां पर चुनाव घोषणा तक किसी भी कार्य को नही कराया गया। वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव आते ही कार्य दिखाकर वोट लेने का काम किया जाता है। जबकि बाद मे सब कुछ शून्य दिखाई देता है।
फारुख हुसैन डेस्क: जर्मनी के अधिकारियों ने कहा है कि एक तेल टैंकर जर्मनी के…
तारिक खान डेस्क: झारखंड के धनबाद में एक निजी स्कूल में प्रिंसिपल के आदेश के…
आफताब फारुकी डेस्क: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत…
आदिल अहमद डेस्क: बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए शनिवार को उम्मीदवारों की…
सबा अंसारी डेस्क: केरल के पथनमथिट्टा में 18 साल की एक दलित छात्रा के साथ…
शफी उस्मानी डेस्क: हिंदल वली गरीब नवाज़ ख्वाजा मोइंनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैही के उर्स मुबारक…