वाराणसी थाना सारनाथ इलाके में आशापुर रेलवे क्रोसिंग के उस पार एक सरकारी भांग का ठेका है। जहां भारी मात्रा में गांजा का व्यापार कई दिनों से चल रहा है। मगर प्रशासन का उसपर ध्यान नहीं है और बाबा भोलेनाथ की नगरी में हर भांग के ठेके पर अधिकतर गांजा बीक रहा है। चाहे भैरवनाथ गिरजाघर चेतगंज नरहरपुरा चौकाघाट कमच्छा मणिकार्निनका घाट अन्य कई जगहों पर गांजा का खुलेआम बाजार है। जहाँ जिसके वजह से शहर के अंदर कई जगहों पर गजेड़ीयों का अड्डा बन गया है।
अगर कोई व्यक्ति 500 ग्राम गांजा में जेल जा सकता है। तो ये थोक विक्रेता उससे ज्यादा भारी मात्रा में गांजा बेच रहे है। तो वो क्यों नहीं हम आपको ये वीडियो दिखा दे की उसमे स्टिंग के दौरान एक लड़का गांजा खरीद रहा है। उस गांजे की पुड़िया का रेट अलग अलग है । उसको इस नाम से पुकारा जाता है।
अठन्निया माल
चवन्निया माल
एक रुपैया
सबका अलग अलग रेट है। राजनेता देश सुधारने की बात करते है। तो इस तरह के धंधे करने वालो पर सिकंजा क्यों नहीं कसा जाता प्रशासन लाख दावे करते है। शहर में कोई गलत काम और अपराध पर नियंत्रण किया जाएगा मगर ये क्या रोकने वाली चीज नहीं है। गांजा के अपराध में ना जाने कितने जेल में सजा काट रहे है।और जो सेटिंग से बेच रहा है। उसका क्या होगा और बात अचार संहिता की की जाए तो ये नशे का सामान भरे बाजार में बेचना उलंघन नहीं है। एक तरफ जिले के कप्तान अपना कड़ा रुख अपनाकर तमाम चीजो पर सुधार कर रहे है। तो वहीँ पिकेट के 10 कदम की दुरी पर गांजा का खुलेआम व्यापार कितना सही है। यह तो प्रशासन ही तय करेगी ।