सपा-कांग्रेस गठबंधन के बावजूद टिकट बटवारे को लेकर वाराणसी में कांग्रेसियों द्वारा विरोध हु। राहुल गांधी के रोड शो से सम्बंधित कांग्रेस राष्ट्रिय सचिव और चुनाव मंडल प्रभारी की बैठक में अंततः सपा के पिछली बार के हार चुके विधायक समद अंसारी को कांग्रेस द्वारा टिकट दिए जाने के विरोध में प्रदर्शन हुआ।
बताते चले कि सपा के पूर्व विधायक समद अंसारी को कांग्रेस के सिंबल पर टिकट मिलने पर कांग्रेसियों के बीच विरोध की सुगबुगाहट होने लगी थी. अंततः आज यह गुस्सा सामने आ ही गया और कांग्रेसियों ने कांग्रेस कार्यालय पर विरोध किया. राणा गोस्वामी ने 48 घंटे की मोहलत मांग कर किसी तरह कार्यकर्ताओ को शांत करवाया,
इन सबके बीच हमारी बातचीत कुछ कांग्रेसी नेताओ से हुई. उनकी जिस प्रकार की दुविधा की स्थिति है उसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है. इसके पुर्व हाजी समद अंसारी पर एक मकान ज़बरदस्ती कब्ज़ा करने का आरोप लगा था और पीड़ित परिवार की महिलाये और पुरुष जिला मुख्यालय जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठ गए थे, उस प्रकरण में कांग्रेस ने पीड़ित पक्ष का साथ देते हुवे उनकी लड़ाई को समर्थन दिया था. अब दुविधा यह है कि जिस जनता के सामने कांग्रेस ने पुर्व विधायक पर लगे इस आरोप का समर्थन किया था अब उसी जनता के सामने उसी समर्थन करने वाली कांग्रेस कार्यकर्ता किस प्रकार से मतों के लिए आग्रह करेगे. एक अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता ने आँखों में लगभग आंसू लेकर बताया कि लगभग 25 साल से पार्टी की सेवा किया है मगर गरीबो को टिकट नहीं मिला इससे सिर्फ कार्यकर्ताओ का मनोबल ही गिरा है.