आखिर कब स्थिर होगा नेपाल ।
Team- PNN24
नेपाल-महराजगंज।
काफी खून खराबा,बिद्रोह व आन्दोलन झेल चुके नेपाल अभी धीरे धीरे पटरी पे आने की कोशिश कर रहा था कि लगता है फिर बिद्रोह व आन्दोलन की आग नेपाल को अपने चपेटे मे लेने को मुँह फाड़े खड़ी है। कारण है मधेशी व पहाड़ी के बीच का असंतोष व अधिकारों की माँग । नेपाली संविधान में मधेशी अधिकारों व मांगों को स्थान न मिल पाने से एक बार फिर मधेशियों में उबाल आने लगा गया है। रुपंदेही जिले में स्वतंत्र मधेश गठबंधन ने अब नेपाल राष्ट्र से ही विरोध कर आरपार की लड़ाई की रणनीति बनायी है। जिसका आगाज आज 18 फरवरी से मर्चवार क्षेत्र के मझगांवा गांव से हो गया। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नासा के वैज्ञानिक व मधेश गठबंधन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर सीके राउत मझगांवा में जनसभा कर मधेश राष्ट्र को बनाने के लिये आंदोलन की शुरुआत करेंगे।
मधेशी गठबंधन के कार्यकर्ता अनवर अली, दुर्गा मौर्य, भूपेंद्र यादव, धर्मराज यादव, प्रदीप गौड, आरएन गिरी व जीतेंद्र यादव नें शनिवार को बनगाई गांव में बैठक कर आंदोलन की मजबूती के संबंध में योजना बनायी। बैठक में नेपाली प्रशासन से मोर्चा लेने के लिये हथियार समेत उतरने की बात कही गयी। बताते चले कि सीके राउत को दो सप्ताह पूर्व जनकपुर क्षेत्र में एक जनसभा करते समय गिरफ्तार कर लिया गया था। 12 फरवरी को राउत को इस शर्त पर छोड़ा जायेगा कि वह देश में किसी प्रकार के आंदोलन में हिस्सेदारी नहीं लेंगे। ऐसे में मर्चवार क्षेत्र में आंदोलन व जनसभा की घोषणा से नेपाली प्रशासन के भी होश उड़ गये हैं। नेपाली प्रशासन ने मर्चवार क्षेत्र में हाई एलर्ट घोषित कर दिया है। मगर मर्चवार क्षेत्र के करीब दो सौ मधेशी गांवों में अलग राष्ट्र बनाने के तेज हो रहे स्वर को देख नेपाल सरकार व प्रशासन के हाथ पांव फूल गये हैं।