अंजनी राय
बलिया : बिल्थरारोड विधानसभा में भले ही चुनाव आयोग द्वारा मतदान केंद्र पर सभी सुविधाओं का दावा कर रही है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है जिसका जीता जागता सबूत बेल्थरारोड विधानसभा के प्राथमिक विद्यालय पचमा बूथ संख्या-201, और प्राथमिक विद्यालय गजियापूर बूथ संख्या-139 है। ये बूथ रास्ता, बिजली और पानी तीनों के लिए मोहताज है। ऐसे में चुनाव आयोग के दावे पूर्ण रूप से खोखले साबित हो रहे हैं। इन असुविधाओ के बीच मतदान कर्मियों और मतदाताओं की कैसे होगी वोटिंग यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है।
चुनाव आयोग के फरमान के मुताबिक बेल्थरारोड विधानसभा के सभी बूथों पर प्रथम प्राथमिकता रास्ता, बिजली और पानी के साथ-साथ विकलांगों, निःशक्तों के लिए रैंप आदि की सुविधाएं होनी चाहिए। लेकिन इसका सच जानने के लिए जब पत्रकारों की टीम बूथ संख्या – 201 प्राथमिक विद्यालय पचमा पहुंची तो वहां मतदान केंद्र पर जाने के लिए रास्ता नहीं था। बिजली भी नहीं थी पानी के लिए लगा इंडिया मार्का हैंडपंप खराब मिला पास में एक हैंडपंप मिला जो गंदा पानी उगल रहा था। रैंप की तो बात ही अलग है। विद्यालय पर मौजूद प्रधानाध्यापक संजय सिंह ने बताया कि यहां पर विद्युत कनेक्शन वर्ष 2007-8 में ही कागजो में कर दिया गया। जिसकी बिल करीब 98 हजार रुपए आई है लेकिन यहां न खंभे हैं न तार हैं। यही हाल बूथ संख्या-139 प्राथमिक विद्यालय गजियापुर में था। यहां पानी, शौचालय, कीचेन तो था। लेकिन बिजली और रास्ता नहीं हैं। यहां पर चार पहिया वाहन तो दूर दो पहिया वाहन से भी व्यक्ति नहीं पहुंच सकता है। रैंप भी नहीं है जिससे ह्विल चेयर से जाने वाले दिव्यांगनो और असहाय व्यक्तियों के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इन सभी असुविधाओं को अगर तत्काल ठीक नहीं कराया गया तो चुनाव आयोग के फरमानों के मुताबिक चुनाव कराने में लगे प्रशासन व मतदाताओं को काफी दिक्कतें आएगी।