यह दृश्य रामनगर बाजार का है जहां पर पश्चिम बंगाल प्रांत के रहने वाले रवीना और सूफियाना कूड़े के ढेर से जीविका की तलाश में जुटी है।एक तरफ सरकार जहां ६ से १४ वर्ष तक के बच्चों को निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान किया है लेकिन यह नौनिहाल अपना तथा अपनें परिवारीजन का पेट पालने की गरज से कूड़े के ढेर से रोजी रोटी की तलाश में जुटे हैं जिससे उनकी जरूरतें पूरी हो सके।
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