थाना प्रभारी के सामने उडी आदर्श आचार संहिता की धज्जिया उड़ती रही नियमो की धज्जिया शांत देखते रहे थाना प्रभारी उभाव
तारिक आज़मी की कलम से.
हमारे प्रदेश की एक कहावत हमारे काका कहते रहे है अक्सर कि बतिया है कर्तुतिया नाही, ता भैया हम भी बस बतिया करेगे अब का करे बतिया करने से समस्याएं भी हल हो जाती है मगर हम कैसे हल कर देंगे समस्या जब विकराल हो। तो भैया हम तो पहले ही कह देते है कि हम साफ़ साफ़ कहते है कि भैया हम खाली बतियाते है, अब किसी को अगर इ बतिया से बुरा लगे तो न पढ़े भाई हम कोई जोर जबरदस्ती तो कर नहीं रहे है कि पढ़बे करो साहेब, तो साहेब बतिया की खटिया बिछा लेते है और बतियाना शुरू करे इसके पहले एक जबरदस्त खबर आपको सुनाते है जिसको सुनकर आप भी सोच में पड़ जायेगे. है कि बलिया जनपद के बेल्थारा रोड में शायद आदर्श आचार संहिता नहीं लगी है. सच कह रहे साहेब अगर ऐसा है और आदर्श आचार संहिता लगी है तो फिर साहेब थाना प्रभारी उभाव शायद आज भूल गए होंगे कि उनके थाना क्षेत्र में भी आदर्श आचार संहिता लगी हुई है. चलिए साहेब अब इस बतियाने की शुरुआत को और आगे बढ़ाते और आपको बताते है कि हम काहे कह रहे है इ बतिया. अब पूरा तनिक समाचार धैर्य के साथ जाने.
हुआ इ कि बलिया के बेल्थरा रोड विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी से टिकट के दावेदार रहे प्रवीण प्रकाश का टिकट पार्टी काट कर दुसरे को थमा दिया. अब भाई पार्टी की मर्जी पर केहू का कर सकता है. तो भैया फिर का रहा प्रवीण बाबु भी कहा चुकने वाले रहे. उ भी आ गए जलाल में और कहे कि हमको पार्टी टिकट दे न दे, हम ऐसही जीत जायेगे और निर्दल चुनाव लड़ेगे. अब भैया इ भी कोई गलत बात नहीं है. हर भारत का नागरिक चुनाव लड़ सकता है फिर तो प्रवीण बाबु खूब जम कर अपने क्षेत्र में मेहनत करे है. इहा तक तो भैया सब ठीक है. बस इकरा बाद से कहानी में ट्विस्ट आ जाता है.
इ फैसला करने के बाद प्रवीण बाबु रविवार को सुबह लखनऊ से बिल्थरारोड पहुंच गए. फिर का उनके दोस्त, मित्र, कार्यकर्ताओ ने गर्मजोशी से स्वागत कर उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया. बात यहाँ तक भी सब सही रही. बात इसके आगे समझ में आई ज्यादा जब गगनभेदी नारे लगाते हुवे प्रवीण बाबु का जुलूस निकला. रेलवे स्टेशन से उठे हुवे प्रवीण प्रकाश के जुलूस में एक विजयी प्रत्याशी की तरह प्रबीन बाबु एक सजी सवरी गाडी पर गले में ढेर सारे माले के साथ निकले प्रवीण बाबु. मानस मंदिर में पूजन अर्चन के पश्चात माथा टेका प्रवीण का काफिला नगर भ्रमण कर जनता का अभिवादन किया । उन्होंने त्रिमुहानी स्थित चौधरी चरण सिंह और चौकिया मोड स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर भाषण भी हुआ और अपने संक्षिप्त उद्बोधन में प्रवीण प्रकाश ने कहा कि जनता का सहयोग और समर्थन मिला तो सर्व समाज के मान सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए क्षेत्र में विकास के नए युग का सूत्रपात किया जाएगा ।बाद में हजारों समर्थकों के साथ खुले वाहन में उन का काफिला अवायां ,फरसाटार, जमुआव, मालीपुर में व्यापक रुप से जन संपर्क करते हुए नगरा के लिए प्रस्थान किया। इस दौरान प्रवीण समर्थकों में गजब का उत्साह रहा ।
अब मुद्दे की बात चलो भैया बतियाना शुरू करते है.
इस जुलूस को थाना प्रभारी उभाव ने दो जगह देखा. तहसील और चौकिया मोड़ के पास. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार इस रैली और रोड शो की कही से कोई अनुमति भी नहीं फिर भी ये पूरा कार्यक्रम सम्पन्न हुवा है, मगर इस आचार संहता की दज्जिया खूब उडी. अगर चर्चोओ को आधार माने तो प्रय्याशी महोदय धन बल और बाहू बल के है, और इसी धनबल और बहुबल के कारण ही बिना अनुमति के जुलूस निकला और जमकर उसकी चर्चा रही.
साहेब देखे हम तो कहा रहा की हम खाली बतियाते है. उ काका कहते रहे न कि बतिया है कर्तुतिया नाही. मतलब बात है खाली काम नहीं है. तो भैया हम तो बतिया चुके अब का करे बतियाने के सिवा कुछो करहु न सकते है.हा अगर कप्तान साहेब या आई जी साहेब चाहे ता जरुर कुछ न कुछ कर सकते है अब बतियाना बंद करते है.