चुनाव के दौर में सारे प्रत्याशी वोटरों से बहुत सारे वादे कर रहे हैं और वोटरों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोडना चाहतें।ऐसे में देश का भविष्य युवा वर्ग ,जिसके वोट पर चुनावी परिणाम का बहुत बड़ा असर निर्भर करता है वो क्या सुधार चाहता है ,कैसा नेता चाहता है ये जानने के लिए हम पहुचे बरेली के साहू राम डिग्री कॉलेज और बात के युवाओं से जिनमे रूचि,मेहरीन ,गंगौत्री, गीता,प्राञ्चल,जरफ़ीन, मरियम,शिवानी कन्नौजिया आदि ने आरक्षण,महिला सुरक्षा,शिक्षा स्तर, रिश्वत,भ्रष्टाचार,जातिवाद,किसानों के समस्या,बेरोजगारी,महंगाई,मेरिट लिस्ट गड़बड़ी,भर्ती घोटाले,जैसे मुद्दों के बारे में बात करते हुए कहा के इन समस्याओं को हल करे ऐसे नेता वो चाहते हैं।
साथ हे ये भी कहा कि नेता ईमानदार हो उसकी कथनी और करनी में फर्क न हो और जो चुनावी या लुभावने वादे और लालच देकर नही बल्कि यूवाओं कि समस्याओं को सुलझा सतही तौर पर काम करे। आरक्षण पर युवाओं ने कहा कि इसके वजह से अयोग्य लोग आगे आ रहे है जिसका दुरगामी असर ये हो रहा है के देश खोखला हो रहा है और आरक्षण न पाने वाला युवा अपने भविष्य को लेकर चिंता में है।उन्होंने ये भी कहा के आज युवाओं को लैपटॉप ,मोबाइल नहीँ बल्कि अच्छी शिक्षा और रोजगार ,सुरक्षित भविष्य चाहिए।ग्रiमीण पृष्टभूमि के बारे में उन्होंने कहा के गाँव तक योजनाये तो आती हैं पर विकास नहीं। उन्होंने कहा यूपी बोर्ड के बच्चे मेरिट में नहीँ आ पाते इसके लिए कुछ करना चाहिये।किसानों कि समस्या से लेकर बेसिक शिक्षा तक और महिला सुरक्षा से रोजगार तक जो काम कर हमें राहत पहुचाये ऐसा नेता हमें चाहिए।जो चुनाव के समय लुभावने सपने दिखा जीतने पर गायब हो जाये ऐसा नेता हमें नहीँ चाहिये।युवाओं ने कहा हमें कागजो पर नही हकीकत में विकास चाहिये।