आज़मगढ़ के महराजगंज थाना क्षेत्र के जमालपुर गाँव में मऊ जनपद के निवासी हिस्ट्रीशीटर को ढाई साल पूर्व उसके साथियों ने खेत के ट्यूबवेल की बोरिंग के पांच फीट गड्ढे में हत्या कर गाड़ दिया था। इसकी किसी को भनक तक नहीं लगी। इतने दिनों तक पुलिस के रिकार्ड में वह लापता दर्ज रहा लेकिन मंगलवार को एक तहरीर सूचना के आधार पर हिस्ट्रीशीटर के दो साथियों को पकड़ कर पुलिस मौके पर पहुँची तो उसने फावड़े व जेसीबी के माध्यम से काफी गहरा गड्ढा खुदवाया।
जहाँ मृत हिस्ट्रीशीटर का कंकाल व कपड़े बरामद हुए। मामले में बुधवार को प्रेस वार्ता कर पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ ने बताया हिस्ट्रीशीटर की हत्या कूंच कूंच कर उसके साथियों ने लूट के धन के बंटवारे के विवाद को लेकर की थी। दो को गिरफ्तार कर अन्य की तलाश जारी है। अपने साथियों के साथ संगीन वारदात में शामिल होने वाले अपराधी को उसके साथियों ने ही नहीं बख्शा। मऊ जनपद के दोहरीघाट थाना क्षेत्र के मुख्य कस्बा निवासी सुरेश साहनी पुत्र सुबाष की ढाई वर्ष पूर्व उसके साथी रामनारायण सिंह निवासी जमालपुर थाना महराजगंज आजमगढ़ के खेत में कर दी गयी थी। इसमें रामनारायण व उसके गाँव के अनिल यादव के साथ ही विजय साहनी उर्फ़ मिठाई, रमेश साहनी निवासीगण अवसानपुर थाना महराजगंज आजमगढ़ भी शामिल थे। करीब पांच फीट गड्ढे में साथी को गाड़ने के बाद सभी आरोपी निश्चिन्त हो कर अलग घटनाओं में लगे रहे। वहीं एक दिन पूर्व ही आज़मगढ़ के मेंहनगर थाना क्षेत्र के गौरा ग्राम के सूरज सिंह उर्फ़ रवि की सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई। कस्बा परशुरामपुर के सरदहा मोड़ से रामनारायण व विजय साहनी को पकड़ कर सीओ सगड़ी के नेतृत्व में पुलिस फोर्स ने जेसीबी व फावड़े से गड्ढा खुदवाया तो अस्थि पंजर बरामद हुआ। वहीं एसपी ने बताया कि रामनारायण, विजय साहनी व रमेश साहनी राजस्थान के भीलवाड़ा में बैंक गार्ड को गोली मारकर की हत्या।