जिससे मंदिर मैनेजमेंट के सामने मुश्किल हालातं खड़े हो गए हैं, कि वो ऐसे दान का क्या करे। 500 और 1000 के पुराने नोट बंद होने के कारण ये नोट चलन से बाहर हो गए हैं. नोट बदवालने की अंतिम तारीख 30 दिसंबर 2016 थी जो अब निकल चुकी है. 4 करोड़ के ये सभी पुराने नोटों का यह चढ़ावा 30 दिसंबर के बाद आया है।अब ये नोट बदले नहीं जा सकेंगे।तिरुपति मंदिर मैनेजमेंट ने इसके लिए सरकार और रिजर्व बैंक को पत्र लिखा है और पुछा है कि वह इन नोटों का क्या करे।बता दें कि तिरुपति बालाजी मंदिर सबसे धनी मंदिरों म सेे है। इस मंदिर में हर साल 1000 करो़ड़ से ज्यादा की नकदी आती है।
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