हिन्दी नव वर्ष चैत्र शुक्लपक्ष प्रतिपदा से नवरात्रि की शुरूआत हुई। भक्तों द्वारा नौ दिन तक विधि विधान से मां की पूजा की जाती है। घर-घर में हो रही मां की पूजा व आरती से हर तरफ माहौल भक्ति रस से परिपूर्ण हो गया है। बुधवार को नगर के शहजादपुर से लेकर ग्रामीण बाजारों में माता की लाल चुनरी, नारियल, फल-फूल, मेवा, घी, जौ, तिल की जमकर खरीददारी हुई। नवरात्रि के चलते फलों के दामों में तेजी शुरू हो गयी है। सेव, संतरा, अंगूर, केला, अनार के दाम 10 रूपये से लेकर 20 रूपये प्रति किलों तक बढ़ गये है। पूजा के अन्य सामानों में भी तेजी देखी जा रही है। व्रत में प्रयोग किये जाने वाले फलाहार के दाम भी आसमान छू रहे है। इस बार नवरात्रि आठ दिन का है। पहले दिन मां के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री व द्वितीय ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना भक्तों ने विधि विधान के साथ की।
21511 दीपो से हुई मां सरयू की महाआरती
टाण्डा, अम्बेडकरनगर। भारतीय नव वर्ष के स्वागत मंे वासंतिक नवरात्र के प्रथम दिवस नव संवत्सर स्वागत समारोह समिति टाण्डा के तत्वावधान में पतित पावनी मां सरयू की 21511 दीपों से महाआरती, पूजन तथा दुग्धाभिषेक किया गया। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 2074 विक्रमी संवत् के पावन अवसर पर हनुमान गढ़ी मंदिर के समीप मां सरयू की पावन जलधारा में नाव पर बने विशाल मंच पर पंडित राकेश मिश्र ने यजमान दम्पत्तियों आनंद कंुमार अग्रवाल, दिनेश नारायण सिंह, राजेश कुमार साहू, राजेश कुमार सिंह, संतोष कुमार अग्रवाल और सलिल अग्रवाल को संकल्प कराकर विधि विधान से पूजन कराया। वैदिक मंत्रो एवं स्वस्ति वाचन, मंगलाचरण के सस्वर वाचन से सम्पूर्ण वातावरण गुंजायमान हो उठा।
टाण्डा और आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में आये पुरूषों, महिलाओं और बालक-बालिकाओं के जनसमूह ने श्रद्धा, आस्था और हर्षोल्लास के साथ घरों से सजाकर लायी आरती से मां सरयू की महाआरती की। चारो ओर भक्ति और श्रद्धा के बीच गोधूलिवेला में स्वस्ति वाचन के साथ प्रज्जवलित महाआरती के दीपों से अलौलिक और नयनाभिराम दृश्य उत्पन्न हो गया। घंटे-घड़ियाल और शंखनाद के साथ जनसमूह ने महाआरती और दीपदान किया। पावन जलधारा में झिलमिलाते दीपों का दूर तक दिखता समूह ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे नव संवत्सर का स्वागत करने तारा मंडल धरती पर उतर आये हो। कार्यक्रम स्थल और मंच को फूल मालाओं, विद्युत बल्बों और शुभकामना पटो से सजाया गया था। अंकित ध्वज, लहरा रहे थे तथा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, नव संवत्सर स्वागत समारोह समिति, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आदि द्वारा शुभकामना पर लगाये गये थे। महाआरती की व्यवस्था में बजरंगी लाला सोनी, अनिरूद्ध अग्रवाल, आकाश शाह, दीपक केडिया, सरदार त्रिलोक सिंह, सूर्य सिंह तोमर, राकेश कन्नौजिया, मनोज सोनी, राकेश कुमार अग्रवाल, दिव्यांशु नारायण सिंह, पप्पू, सत्यम्, अम्बरीष गुप्ता, दिनेश कश्यप, प्रतिभा सिंह, वैशाली, आनंदी, कीर्ति, अपर्णा, स्वाति, अनुष्का, खुशी, हर्षिता, रमेश गुप्ता, रामसूरत मौर्य, शौर्य, भूपेन्द्र, अक्षय, कृष्णा आदि तत्परता से लगे थे। समिति के महामंत्री दिनेश नारायण सिंह ने महाआरती में उपस्थित श्रद्धालुओं को नव संवत्सर की शुभकामना दी और नदियों की शुद्धता, पवित्रता और अविरलता बनाये रखने का संकल्प कराया। अध्यक्ष आनंद कुमार अग्रवाल ने सभी सहयोगियों को धन्यवाद देते हुए आभार ज्ञापित किया।
नवरात्रि पर शुरू हुई पूजा अर्चना
जलालपुर, अम्बेडकरनगर। नवरात्रि के पहले दिन बुधवार को देवी मंदिरों व शिवालयों में नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक पूजा अर्चना का सिलसिला शुरू हो गया है। वहीं नगर जलालपुर में गाजे बाजे के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ कलश यात्रा निकाली गयी जो पूरे नगर का भ्रमण किया जिसमें सैकड़ो की संख्या में बालिकाएं, महिलाएं व भक्त शामिल रहे। कलश यात्रा मोहल्ला गंजा से निकलकर छाछू मोहल्ला, सराय चैक, यादवनगर चैराहा, थाने के सामने, डाकखाने होते हुए मालीपुर तिराहा पहुंची और पुनः जमालपुर चैराहा होते हुए शीतला मठिया मंदिर पर जाकर सम्पन्न हो गयी। कलश यात्रा में शामिल सभी भक्तगणों ने शीतला मठिया मंदिर पहुंच मत्था टेका व पूजा अर्चना किया।
मंदिरों में हुई पूजा अर्चना
आलापुर, अम्बेडकरनगर। चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन बुधवार को आलापुर तहसील क्षेत्र के कई मंदिरों में पूजन अर्चन के साथ मां दुर्गा की पूजा अर्चना प्रारंभ हुई। चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन हुई मां भगवती की पूजा अर्चना से क्षेत्र का माहौल भक्ति में हो गया आलापुर तहसील क्षेत्र के प्रसिद्ध भुजहिया माता मंदिर पर दो दर्जन से अधिक जिलों के श्रद्धालुओं ने पहुंचकर पूजन अर्चन किया तथा मिन्नते मांगी इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा रहा। इसके अलावा तहसील क्षेत्र की रामनगर आलापुर चहोड़ाघाट नेवरी, ढोलबजवा, जहांगीरगंज, राजेसुल्तानपुर, देवरिया बाजार, कम्हरियाघाट, गिरैया बाजार समेत कई मंदिरों पर पहुंचकर लोगों ने पूजन अर्चन किया। इसके अलावां ग्रामीणांचल में स्थित मंदिरों पर पहुंच श्रद्धालुओं ने मां भगवती की पूजा अर्चना किया।