आखिर आनन-फानन में क्यो घोषित कर दिया गया परिणाम
अनंत कुशवाहा
अम्बेडकरनगर। जिले के स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पदो पर संविदा पर हुई नियुक्ति को लेकर स्वास्थ्य महकमा कटघरे में आ गया है। आनन-फानन में जिस प्रकार से इन नियुक्तियों का परिणाम घोषित किया गया उसको लेकर विभाग के अधिकारियों पर सवाल उठना लाजिमी भी है। भाजपा नेताओं ने मुख्य चिकित्साधिकारी के इस कारनामे की शिकायत मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी तक पहुंचा दी है। सूत्रों का यहा तक कहना है कि इस पूरे खेल में प्रदेश स्तर के अधिकारी भी संलिप्त है।
गौरतलब है कि सपा सरकार में जिले के चिकित्सा विभाग में विभिन्न पदो के लिए लगभग छः दर्जन रिक्तियां निकाली गयी थी। इसके लिए सीएमओं कार्यालय में साक्षात्कार प्रक्रिया आयोजित की गयी थी। एक ही दिन में बड़ी संख्या में आवेदकों का साक्षात्कार लिये जाने से ही नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे थे। परिणाम घोषित हो पाता, इसी बीच विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गयी। परिणाम घोषित करने के लिए निर्वाचन आयोग से अनुमति मांगी गयी लेकिन अनुमति न मिलने के कारण परिणाम नहीं घोषित हो सका। इधर नई सरकार बनने की आहट से ही स्वास्थ्य महकमें में इन नियुक्तियों को लेकर तेजी शुरू हो गयी। नई सरकार इस संबंध में कोई निर्देश जारी कर पाती, इसी बीच आनन-फानन में गुरूवार को अपरान्ह परिणाम घोषित कर दिया गया। मजे की बात यह है कि परिणाम घोषित होने के कुछ देर बाद से ही कार्यभार ग्रहण कराने की प्रक्रिया भी शुरू करा दी गयी। शुक्रवार को कार्यभार ग्रहण करने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में भारी भीड़ लगी रही। सवाल यह है कि आखिर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय द्वारा नई सरकार की मंशा जाने बिना ही आनन-फानन में परिणाम को क्यो घोषित कर दिया गया। भाजपा नेता विनोद सिंह का कहना है कि नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गयी है जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री के साथ-साथ अन्य उच्चाधिकारियों से भी की जा रही है।