आखिर ऐसा क्या है निघासन सीएचसी प्रभारी की कुर्सी में
फारुख हुसैन
निघासन खीरी:- सरकार अस्पतालों में सुविधाएं जनता को आराम के लिए देती है जिससे लोगों को परेशानी न उठानी पड़े और इसके लिए लिए हर अस्पतालों में अच्छे अच्छे डॉक्टरों की तैनाती भी की जाती है मगर वही डॉक्टर जो मरीजों के लिए भगवान से कम नहीं होते वही डॉक्टर अस्पताल में एक कुर्सी के लिए आपस में बैर मानने लगे तो मरीजों के लिए भगवान स्वरुप डॉक्टरों पे भी ऊँगली उठना तय है।
हम बात कर रहे है निघासन सीएचसी की जो आये दिन अपनी खामियों की वजह से चर्चे में रहता है कही मरीजों को हो रही असुविधाओं की वजह से, कही बिजली बिल न जमा होने की वजह से लाइन के काटे जाने पर तो कही डॉक्टरों के आपसी विवाद के लिए क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहता है।
बताते चले की निघासन सीएचसी प्रभारी की कुर्सी को संभाले हुए डॉक्टर लालजी पासी का व डॉक्टर अनिल वर्मा का बीते कई दिनों से प्रभारी की कुर्सी के लिए आये दिन विवाद होता रहता है कई बार तो हाथापाई होते होते बची मगर ये कुर्सी की लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है जिससे निघासन सीएचसी के मरीजों को इसका खामयाजा भुगतना पड़ रहा है कही अस्पताल के बेड टूटे दिख रहे है तो कही बीमार महिलाएं प्रसव के दौरान जमीन में लेटी दिखाई पड़ती है।
हम अब बात करते है निघासन सीएचसी प्रभारी की कुर्सी की आखिर क्या है ऐसा जो दोनों डॉक्टर इस कुर्सी के लिए आये दिन विवाद से घिरे रहते है क्या दोनों डॉक्टरों को अपने उच्चाधिकारियों का कोई डर नहीं या उनके आदेश दोनों डॉक्टरों के लिए मायने नहीं रखते जो आपस में आये दिन एक नया मोड़ लेते जा रहे अगर ऐसे ही दोनों डॉक्टरों के बीच मन मोटाव रहा या सीएमओ साहब ने निघासन सीएचसी की तरफ ध्यान न दिया तो वो दिन दूर नहीं की जब निघासन सीएचसी राम भरोसे हो जायेगा।