अभी तक नहीं पहुचा प्रशासन घटना के निष्कर्ष पर
अनंत कुशवाहा
अम्बेडकरनगर। बसखारी थाना क्षेत्र मे रामनगर शिक्षा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जूनियर हाईस्कूल दुर्गीपुर फैजुल्लापुर में पढ़ने वाले 19 बच्चों की तबियत खुजलाहट से एक बार फिर बिगड़ गयी। शुक्रवार की शाम बच्चों में अचानक फिर से खुजलाहट होने से परिजनों में अफरा तफरी का माहौल व्याप्त हो गया। परिजनों द्वारा बच्चों को जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया।
उक्त थाना क्षेत्र के बुकिया गांव के संजय (13) पुत्र त्रिभुवन, रजनीश (13) पुत्र गंगाराम, कुलदीप (14) पुत्र मिश्रीलाल, रूपाली (15) पुत्री जैसराज, शिवांगी (12) पुत्री रामबचन, अंजनी (12) पुत्री शिवालाल, कुसुम (14) पुत्री सिक्खू, विनोद (13) पुत्र मिन्कू की तबियत खुजलाहट होने से बिगड़ गयी वहीं उक्त थाना के कटैया पहलवान निवासी सरिता (11) पुत्री रामप्रकाश, प्रतिमा (15) पुत्री हरीनाथ, काजल (11) पुत्री रामसागर, रश्मि (13) पुत्री श्रीराम, शशिकला (15) पुत्री जयराम, शिवांगी (13) पुत्री पप्पू, रूपलता (14) पुत्री राममूरत, रामजनम (13) पुत्र शोभनाथ, रजनीश (14) पुत्र महाबली, महिमा (15) पुत्री जैसराज, प्रीती (14) पुत्री हरीनाथ मंगलवार की शाम एक बार फिर से खुजलाहट होने से तबियत बिगड़ गयी। सभी बच्चों की तबियत उस समय बिगड़ी थी जिस समय सभी बच्चे विद्यालय में परीक्षा देने गये हुए थे। गौरतलब है कि बीते मंगलवार को परीक्षा देने के लिए छात्र स्कूल आए हुए थे। इसी बीच कक्षा आठ की परीक्षा दे रहे दीवार की तरफ बैठी छात्राओं में एकाएक खुजली होने लगी जिसमें लगभग चार दर्जन छात्र इसकी चपेट में आ गये थे। स्थिति बिगड़ता हुआ देख विद्यालय के अध्यापकों के द्वारा सूचना स्वास्थ विभाग को दी गई। स्वास्थ्य विभाग की आलापुर टीम पहुंचकर इलाज करती इससे पहले बच्चों को एंबुलेंस के द्वारा बसखारी सीएचसी ला कर इलाज किया गया। जिसमें कुछ बच्चों की हालत गंभीर होने पर उन्हे जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया था। हालांकि बच्चे ठीक होकर अपने-अपने घर चले गये थे। निरीक्षण के दौरान बसखारी थाने के उप निरीक्षक लल्लन यादव ने बताया कि पॉलीथीन में केवांच के नाम से जाने वाली एक वस्तु मिली थी। संभवत इसी के जद में आने से बच्चे प्रभावित हुए थे। वही अभिभावकों का आरोप था कि विद्यालय के अध्यापकों के द्वारा साफ सफाई का ध्यान न रखने के कारण यह घटना हुई थी। वही इस प्रकरण पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने विद्यालय में रोज साफ सफाई करवाने की बात बताई थी लेकिन मामला जो भी रहा हो इसमें विद्यालय प्रशासन की लापरवाही साफ उजागर होती दिखी थी।