लोग अपने अपने घरों में बेचारे कैद हैं रहने को मजबूर हैं कैटल कैचिंग दस्ते पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं मगर काम की मामले में तो वह अपना अपना काम का खाका तैयार रखते हैं कानपुर शहर के हिसाब से आवारा जानवरों का एक लाख के करीब का तांडव जानवरो का है बारिश के दौरान कुत्तों का आतंक कुछ ज्यादा ही बढ़ जाता है जिसके कारण बाइक सवार वह रात को पैदल यात्रियों को अक्सर रात में कुत्तों के दौड़ा लेने से दुर्घटना का अधिक से अधिक शिकार होते हैं यहां हैं कानपुर शहर में आवारा जानवरों का भयानक डेरा अधिकारी मौन कैंट श्याम नगर बाबूपुरवा सुजातगंज नेहरू नगर पी रोड किदवई नगर दर्शन पुरवा इनके जैसे ना जाने कानपुर शहर मैं आवारा जानवरों का भयानक आतंक रहता है
शफी उस्मानी डेस्क: हिंदल वली गरीब नवाज़ ख्वाजा मोइंनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैही के उर्स मुबारक…
ईदुल अमीन डेस्क: उत्तर प्रदेश के कन्नौज रेलवे स्टेशन के पास शनिवार को निर्माणाधीन इमारत…
मो0 कुमेल डेस्क: केरल के पथानामथिट्टा ज़िले में एक 18 साल की दलित-एथलीट युवती द्वारा…
तारिक खान डेस्क: नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कुम्भ मेले को लेकर सरकार पर…
आफताब फारुकी डेस्क: असम के दीमा हसाओ ज़िले की एक खदान में फंसे मज़दूरों को…
सबा अंसारी डेस्क: इंडिया गठबंधन के घटक दल शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत…