करिश्मा अग्रवाल
लखनऊ दुष्कर्म पीडिता को चलती ट्रेन में तेजाब पिलाने के मामले में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने बेहद गंभीरता से लिया है। सीएम आज पीडिता को देखने मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर गए। इस मौके पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने पीडिता को मुफ्त चिकित्सा प्रदान करने के साथ ही आर्थिक सहायता के रूप में एक लाख रुपया का चेक भी प्रदान किया। इसके साथ ही इस प्रकरण की रिपोर्ट एडीजी कानून-व्यवस्था के साथ एसएसपी लखनऊ से मांगी है। साथ ही प्रतिसार निरीक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इस मामले की जानकारी मीडिया के जरिये सीएम आदित्यनाथ योगी को हुई। उन्होंने फौरन एडीजे जीआरपी को तलब किया है।
इसके बाद पीडिता को किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिर्टी के गांधी वार्ड से ट्रामा सेंटर में शिफ्ट किया गया। सीएम आदित्यनाथ योगी के बाद महिला कल्याण, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण व पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी भी पीडिता को देखने केजीएमयू पहुंचीं।
लखनऊ के मोहनलालगंज के पास चलती ट्रेन में कल एक दुष्कर्म पीडि़ता को तेजाब पिलाकर जान से मारने का प्रयास किया गया। घटना के बाद से ट्रेनों में सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। वारदात के बाद से महिला को बोलने में दिक्कत हो रही है। चारबाग रेलवे स्टेशन पर एक महिला गंभीर हालत में लड़खड़ाते हुए कल मिली थी। उसे दबंगों ने चलती ट्रेन में तेजाब पिला दिया था और जान लेने की धमकी देकर फरार हो गये। कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया, महिला किसी तरह से चारबाग स्टेशन पंहुची और बेसुध हालत में जब वह जीआरपी थाने की तरफ जा रही थी।
तभी रास्ते एक महिला दरोगा की नजर उस पर पड़ी तो वह थाने में जानकारी देने के बाद सीधे उसे लेकर ट्रॉमा सेंटर पंहुची जहां पर उसका उपचार शुरू हुआ।महिला ट्रेन से उतरकर चारबाग जीआरपी स्टेशन पहुंची तब वहां पुलिसकर्मियों को घटना की जानकारी हुई। महिला को जीआरपी ने ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया है। चारबाग जीआरपी पुलिस ने ऊंचाहार के गुड्डू व भोंदू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
जीआरपी की दारोगा प्रेमलता दीक्षित के मुताबिक महिला को कल उसके पति ने रायबरेली स्टेशन से लखनऊ के लिए गंगा-गोमती एक्सप्रेस में बैठाया था। ट्रेन मोहनलालगंज के पास पहुंची थी, तभी ट्रेन में पहले से मौजूद दो बदमाशों ने एक बोतल निकाली जिसमें ज्वलनशील पदार्थ था, जो संभवत: तेजाब था। एक बदमाश ने महिला को बाल पकड़कर सीट से भिड़ा दिया और दूसरे ने जबरन उसे तेजाब पिला दिया। घटना के बाद दोनों बदमाश भाग निकले। महिला के पति का कहना है कि दुष्कर्म के आरोपियों ने ही घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने बताया कि महिला लखनऊ में गोमतीनगर के एक साइबर कैफे में काम करती है।
पहले भी हो चुका एसिड अटैक
इस संबंध में पॉवर विंग संस्था की अध्यक्ष सुमन रावत ने बताया कि अपनी आवाज गवां चुकी उक्त महिला पर पहले भी दो बार एसिड अटैक हो चुका है। अभी कुछ समय पूर्व उसे अपने गोमती नगर स्थित आफिस में एक धमकी भरा पत्र मिला था। इसकी जानकारी उसने डीएम व एसएसपी को देने के साथ ही गोमती नगर थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था। इसके बाद एसएसपी ने उसे सुरक्षा दिलाने का भी वादा किया था। लेकिन उन्होंने चुनाव के चलते इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। उसी खामियाजा महिला पर फिर से जान लेवा हमला हो गया। ट्रॉमा में दूसरे तल में कक्ष संख्या-ई में भर्ती महिला की हालत गंभीर बनी हुई है।
यह है पूरा मामला
सुमन ने बताया कि पहले भी एसिड अटैक का शिकार हो चुकी कंचन (काल्पनिक नाम) इस मामले की जानकारी मीडिया के जरिये सीएम आदित्यनाथ योगी को हुई। उन्होंने फौरन एडीजे जीआरपी को तलब किया है। कल सुबह मोहनलालगंज से गंगा गोमती ट्रेन से लखनऊ आ रही थी। तभी रास्ते में दो अज्ञात बदमाश ट्रेन में चढ़े और कंचन के पास गये। उसे पकड़ कर पहले पीटा और बाद में एक ने उसे पकड़ लिया दूसरे ने उसे जबरन एसिड पिला दिया। यह सब ट्रेन में देख रहे लोगों ने उसकी कोई सहायता नहीं की और जब ट्रेन चारबाग स्टेशन पंहुची तो वह उतर कर जीआरपी थाने की तरफ भागी। लेकिन वह अर्धमूर्छित अवस्था में थी। तभी एक महिला दरोगा की नजर उस पर पड़ गयी और उसने इसकी जानकारी थाने में देने के साथ ही तुरन्त 108 एंबुलेंस को दी और फिर उसे ले जाकर ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया।
अलर्ट के बाद ट्रामा प्रशासन में खलबली
ट्रामा में भर्ती एसिड अटैक रेप पीडि़ता से मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के मिलने आने की सूचना पाते ही पूरा ट्रामा प्रशासन में हड़कंप मच गया। ट्रामा के डॉक्टर्स और स्टाफ अलर्ट हो गया। अधिकारियों ने कर्मचारियों को निर्देश दिया कि सीएम के आने से पहले किसी प्रकार की खामी सामने न आ जाए। सीएमओ समेत पूरे स्टाफ में खलबली मची तो कोई डॉक्टर ड्रेस झाड़ते हुए दिखाई दिये। केजीएमयू का स्टाफ वार्ड बॉय आदि अपनी जेबो में रखे गुटखे व पान मसाला की पुडिय़ा बाहर आकर फेंकते हुए दिखे गये। सीएम के ट्रामा से जाने के बाद ट्रामा अधिकारियों ने राहत की सांस ली।