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माहोल ख़राब करने के लिए आगज़नी का प्रयास करते उपद्रवी |
फारुख हुसैन
लखीमपुर( खीरी)//पलिया (कलां)//लखीमपुर के पलिया क्षेत्र में एक बार फिर क्षेत्र का अराजकत्तवो द्वारा माहौल खराब करने की कोशिश की गयी पलिया कलां में अलग अलग जगहों पर गौवंशीय पशुओ के शव मिलने का मामला सामने आया है जिसके कारण क्षेत्र के लोगों में आक्रोश छा गया और आक्रोशित लोगों ने पलिया के कमल टाकीज चौराहे पर और मेलारोड पर पशुओं का शव रखकर जाम लगाकर आगजनी और तोड़ फोड़ की और तुरंत ही बाजार को भी बंद करवा दिया गया परंतु पुलिस प्रशासन की कार्यवाही के चलते कुछ ही घंटों में माहौल पर काबू पा लिया है ।
फिलहाल मौके की नजाकत को देखते हुये डीएम और एसपी ने भी पलिया पहुँच मौके का जायजा लिया है। आपको बताते चले की शाम छ बजे के आस पास पलिया क्षेत्र में अलग अलग जगहों पर ग्यारह पशुओं के शव पड़े हुए मिले जिसकी खबर मिलते ही एक वर्ग विशेष के लोगों में आक्रोश छा गया जिसमें पलिया के मेला मैदान में आक्रोशित व्यापार मंडल भाजयुमो हिंदू संगठनो ने गोवंशीय पशुओं के शव को सड़कों पर रखकर जाम लगा दिया । मामले की गंभीरता को देखकर आनन फानन में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया ।आक्रोशित भीड़ ने कमल टाकीज चौराहे पर पहुँचकर जाम लगा दिया जिसके कारण कई घंटों तक यातायात लगातार बाधित रहा और उसके बाद जमकर बवाल करना भी शुरू कर दिया और चौराहे पर लगी मीटिंग की दुकानों में आगजनी शुरू कर दी साथ ही बाजार को भी बंद करवा दिया गया और गो हत्या का आरोप लगाकर इस कार्य को करने वालों की पुलिस प्रशासन से गिरफ्तारी की माँग करने लगे। पुलिस प्रशासन की लगातार कोशिश के चलते जल्द ही माहौल को काबू में कर लिया गया। उनकी इस कोशिश में उन्हे उपद्रवियों को बल पूर्वक खदेड़ना पड़ा तब जाकर माहौल सही हो पाया। फिलहाल पलिया नगर पालिका अधयक्ष के.बी. गुप्ता और अन्य समाजसेवियो ने डीएम आकाश दीप और एस पी मनोज कुमार झां से वार्ता कर मामले की गंभीरता से जांच कर अराजक तत्वो पर कार्यवाही की माँग की है। मौके पर पहुँचे सी.ओ जितेन्द्र गिरी ने मामले की गंभीरता को देखते हुये शवो के पोस्टमार्टम के निर्देश भी दे दिये हैं पशुओ की मौत का असली कारण पोस्ट मार्टम की रिपोर्ट आने पर ही चल पाया है। परंतु क्षेत्र में शांती व्यवस्था होने के बावजूद तनाव की स्थिति बनी हुई है।
परंतु एक बात समझ में नहीं आ रही है कि यह सब किसी साजिश के तहत हो रहा है या फिर कोई और बात है क्योंकि जबसे लखीमपुर जिले में एक वीडियो वायरल होने के कारण बवाल हुआ था जिसके कारण प्रशासन को मजबूर वश कर्फ्यूू लगाया और वह भी दो बार क्या वह उसी साजिश के तहत कोई चाल है फिलहाल यह कोई राजनीतिक दाँव पेच ही लग रहे हैं