सांसद भरत सिंह को ज्ञापन सौंपकर समस्याओ से अवगत कराया
बलिया : बीएड टेट 2011 के अभ्यर्थियों ने सांसद भरत सिंह को ज्ञापन सौंपा और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर अवशेष अभ्यर्थियों के समायोजन की मांग की है। ज्ञापन में अवगत कराया है कि 2011 में तत्कालिन बसपा सरकार ने लगभग तीन लाख अभ्यर्थियों ने शैक्षिक पात्रता परीक्षा टेट प्राथमिक उत्तीर्ण की। पांच साल के उपरांत भी दो लाख से ज्यादा टेट पास जो प्राथमिक विद्यालय में नियुक्ति से वंचित है और जो एनसीटीई की हर मानक को पूरा करते है, फिर भी सपा सरकार का रवैया हमारे प्रति ना सिर्फ सौतेलापन रहा बल्कि हर जगह इन विगत पांच सालों में शारीरिक, मानसिक तथा आर्थिक रूप से दोहन के रूप में रहा। योग्य होने के बावजूद हमे हर जगह लाठी मिली।
नौकरी तो दूर हजारों अभ्यर्थियों ने मायावती और अखिलेश सरकार में दो-दो विज्ञापनों में पैतीस हजार रूपये तक लगाकर दोनों पार्टी का सरकारी खजाना भरा। हम 2011 बीएड टेट पास 2011 के विज्ञापन में हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीमकोर्ट तक पहुंच गये। इन पांच सालों में सपा पार्टी का त्रास झेलते हुए अब प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने का इंतजार है।
संज्ञान होगा कि 2014 में मोदी जी का केन्द्र में जो सरकार बनी और उ0प्र0 में 73 सीटे आपकी पार्टी ने जीती हम और हमारे जैसे तीन लाख बीएड टेट 2011 का भी योगदान रहा। केन्द्र में भाजपा सरकार बनने के बाद हम आश्वस्त हो गये कि जैसी सपा सरकार की कार्य प्रणाली है हम योग्य बीएड टेट 2011 के खुले समर्थन से 2017 में उ0प्र0 में आपकी सरकार बननी तय है। केशव प्रसाद और सांसद महेन्द्र नाथ पाण्डेय के द्वारा संसद में दिया गया हमारे लिए उद्बोधन मरीचिका में मृगतृष्णा का काम किया, लेकिन यहां पर खेद स्वरूप कहना चाहता हूं कि भाजपा के उ0प्र0 के घोषणा पत्र में हम बीएड टेट 2011 कुछ न होना हमारे लिए घोर निराशा में वृद्धि का कारक हो गया है। एक तरफ प्रदेश सरकार से पांच साल तक प्राथमिक विद्यालय में नियुक्ति के लिए हर संभव संघर्ष की जिजीविषा बनायी रखी ताकि चुनाव के समय आपकी पार्टी का साथ देकर 2017 में उ0प्र0 में सुराज स्थापित कर बीएड टेट 2011 को प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति मिलेगी, लेकिन घोषणा पत्र में हमारा उल्लेख ना होना त्रास को जन्म देने वाला है।