समर रुदौलवी
लखनऊ । योगी सरकार ने तत्कालीन सपा सरकार में विभिन्न विभागों/सार्वजनिक निगमों, परिषदों, समितियों आदि में प्रशासनिक व्यवस्था के तहत नियुक्त ऐसे सभी कार्यरत गैर सरकारी सलाहकारों/अध्यक्षों/उपाध्यक्षों एवं सदस्यों को बर्खास्त किया। सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद से आयोग अध्यक्ष पद छोड़ रहे हैं इसी क्रम में हाईकोर्ट के दो अपर महाधिवक्ताओं ने भी इस्तीफा दिया है।
राज्यपाल को संबोधित अपने पत्र में हाईकोर्ट में अपर महाधिवक्ता सीबी यादव ने सोमवार को कहा है कि वह व्यक्तिगत कारणों से अब इस पद पर काम नहीं करना चाहते। इस कारण इस पद से इस्तीफा देते हैं। अपने इस त्यागपत्र की प्रति उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव, प्रमुख सचिव विधि को भी भेजा है। सीबी यादव 23 अप्रैल 2012 को अपर महाधिवक्ता नियुक्त हुए थे। इससे पूर्व वह पिछली सपा सरकार में 23 फरवरी 2004 से मई 2007 तक वह मुख्य स्थाई अधिवक्ता रहे। बतौर अपर महाधिवक्ता यादव ने 26 पूर्णपीठ के समक्ष विधिप्रश्नों पर बहस की। एक अन्य अपर महाधिवक्ता इमरानुल्ला खां ने भी सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हाईकोर्ट में तीसरे अपर महाधिवक्ता कमरुल हसन सिद्दीकी के इस्तीफे की भी खूब चर्चा रही। उन्होंने बताया कि अभी त्यागपत्र नहीं दिया है। सूत्रों का यह भी कहना है कि महाधिवक्ता विजय बहादुर सिंह के भी पद छोडऩे की चर्चा न्यायालय परिसर में दिन भर होती रही।