अनंत कुशवाहा
बसखारी, अम्बेडकरनगर। चिकित्सकों के ऊपर इलाज में लापरवाही व विद्यालय के छात्रों के शरीर में खुजलाहट के कारणों की जांच कराने की मांग को लेकर छात्रों ने अभिभावकों के साथ राष्ट्रीय राजमार्गो को जाम कर दिया। जाम के कारण सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लगी लंबी लाइनें लग गयी। चिलचिलाती धूप में यात्री घंटो परेशान रहे। राष्ट्रीय राजमार्ग के जाम की सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष बसखारी राजेश यादव ने किसी तरह आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर जाम हटवाया।
बता दें कि विगत 21 मार्च को पूर्व माध्यमिक विद्यालय दुर्गी पुर फैजुल्ला पुर में विद्यालय के छात्रों में अचानक एकाएक खुजली शुरू हो गई जिसमें विद्यालय के करीब 48 बच्चे इस रहस्यमय खुजलाहट से प्रभावित रहे।जिसमें कुछ बच्चे खुजलाहट के कारण बेहोश भी हो गए थे। घटना के 3 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक बच्चों की शरीर में हुई खुजलाहट का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।शंका व्यक्त की जा रही थी कि बच्चों के अंदर खुजलाहट की समस्या केवाच के नाम के एक पौधे के छूने से हुई थी। जिनका इलाज के बाद सभी बच्चों को 21 मार्च को ही छुट्टी दे दी गई थी ।वही घर पहुंचे कुछ बच्चों के अंदर रात्रि को ही खुजलाहट व बेहोशी की समस्या पुनः होने से परिजन किसी गंभीर बीमारी की आशंका से ग्रसित होने लगे। पुनः सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्चों को जिला अस्पताल पहुंचाया जहां पर उनका इलाज करने के बाद पुनः उन्हें छुट्टी दे दी गई लेकिन घर पहुंचते ही बच्चों के अंदर खुजलाहट की समस्या व पूरे शरीर में दर्द होने लगा जिससे आक्रोशित परिजनो ने बच्चों के इलाज में चिकित्सकों द्वारा लापरवाही का आरोप लगाते हुए इस रहस्यमय बीमारी की जांच की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग 233 बसखारी-आजमगढ़ मार्ग को कर दिया जाम। मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य की टीम के डॉक्टर एस एन निगम ने बीमारी के बारे में पूछे जाने पर बताया कि बच्चों की जांच के बाद ही खुजलाहट के स्पष्ट कारणों का पता चल सकेगा।जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से वार्ता की जा चुकी है। वहीं पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने शुक्रवार की सुबह बुकिया व कट्या में बच्चों के घर जाकर बच्चों का हाल चाल लेते हुए बच्चों के स्कूल भेजने की अपील अभिभावकों से की।