राग भैरवी में बंधी ठुमरी तीन ताल में निबंध मुरकाई मोरी मैया छायलवा ने ……! तत्पश्चात पद की होली सिखाई गई , कन्हैया घर चलो गुइयां आज खेले होरी ……! एवं रंग डारो राम लला पै री रंग डारो ……! आदि का अभ्यास कराया गया। वहीँ श्री हेम सिंह जी द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को रूप सज्जा की बारीकियां बताते हुए अभ्यास भी करवाया गया। गौरतलब है कि, इस कार्यशाला के शास्त्रीय संगीत के प्रशिक्षक डॉक्टर राम शंकर पंडित ,प्रख्यात शास्त्रीय गायक एवं बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं ।वही रूप सज्जा के प्रशिक्षक श्री हेम सिंह 40 वर्ष दूरदर्शन में कार्य कर चुके हैं।
शफी उस्मानी डेस्क: हिंदल वली गरीब नवाज़ ख्वाजा मोइंनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैही के उर्स मुबारक…
ईदुल अमीन डेस्क: उत्तर प्रदेश के कन्नौज रेलवे स्टेशन के पास शनिवार को निर्माणाधीन इमारत…
मो0 कुमेल डेस्क: केरल के पथानामथिट्टा ज़िले में एक 18 साल की दलित-एथलीट युवती द्वारा…
तारिक खान डेस्क: नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कुम्भ मेले को लेकर सरकार पर…
आफताब फारुकी डेस्क: असम के दीमा हसाओ ज़िले की एक खदान में फंसे मज़दूरों को…
सबा अंसारी डेस्क: इंडिया गठबंधन के घटक दल शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत…