मो आफताब फ़ारूक़ी
इलाहाबाद 25 मार्च, 2017।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन) का निरीक्षण किया। मंत्री जी ने डफरिन में एएनसी वार्ड, इमरेंजेसी वार्ड, रोगी सहायता केन्द्र, पीएनसी वार्ड, सर्जिकल तथा प्राइवेट वार्ड देखा। प्राइवेट वार्ड के छत तथा दिवार पर सीलन थी जिसको देखकर चिकित्सा मंत्री अस्पताल की अधीक्षिका पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए उसे ठीक कराने का निर्देश दिया। विवेक जायसवाल ने शिकायत किया कि उनके मित्र की पत्नी अनुराधा श्रीवास्तव पति राधेश्याम श्रीवास्तव से आपरेशन करने के लिए डाॅ0 राजेश कुमार ने रूपये की मांग किया। इस प्रकरण को स्वास्थ मंत्री ने गंभीरता से संज्ञान में लेते मुख्य विकास अधिकारी आन्द्रा वामसी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 आलोक वर्मा से वार्ता करने के उपरान्त डाॅ0 राजेश कुमार के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए निलम्बित करने का निर्देश दिया।
चिकित्सा मंत्री अस्पताल में भर्ती मरीजों से मिले और अस्पताल तथा चिकित्सों, नर्सों व स्टाफ के व्यवहार के बारे में जानकारी लिये। उन्होंने रोगी सहायकता केन्द्र के कर्मचारी से पूछताछ किया। चिकित्सा मंत्री इमरजेंसी रजिस्टर को चेक किये तथा प्रत्येक दिन आने वाले मरीजों की संख्या को पता किये। उन्होंने चिकित्सकों तथा नर्सों की कमी को भी जाना और भरोसा दिया कि जल्द इस कमी को दूर किया जायेगा। उन्हांेने गांव और शहर क्षेत्र से आने वाले मरीजों की जानकारी लिया। उन्होंने कहा कि हम यहां किसी कमी को ढूढंने नहीं आये बल्कि अस्पताल की स्थिति को सुधारने आये हैं। यहां बहुत सुधार की आवश्यकता है जल्दी ही यहां फर्क देखने को मिलेगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डाक्टर तथा नर्सिंग स्टाफ को बढ़ाने के साथ ही इस अस्पताल को आधुनिक संसाधनों से युक्त किया जायेगा। उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि वे किसी दबाव में कार्य न करें सभी मरीजों के साथ अच्छा और मृदु व्यवहार रखें। चिकित्सामंत्री ने कहा कि निःशुल्क दवाईयों को वितरण किया जाय। उन्होंने कहा कि अस्पताल के अन्दर किसी प्रकार का घोटाला व भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हर मरीज के साथ व्यवहार अच्छा हो। उन्हांेने कहा कि सभी साथ मिलकर कार्य करें। चिकित्सामंत्र ने स्टाफ के अतिरिक्त एम्बुलेंस की जानकारी लिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक एम्बुलेंस को जीपीएस युक्त रखा जाय। उन्होंने जनसामान्य से अपील किया कि एम्बुलेंस के आने पर उसे प्राथमिकता पर जाने दें। एम्बुलेंस में गंभीर मरीज होते हैं। उन्होंने यातायात पुलिस से भी कहा कि एम्बुलेंस को चैराहों पर प्राथमिकता के आधार पर निकलने दें तथा कहीं भीड़ में फंसी हो तो उसे तत्काल आगे बढ़वायें। कई मरीजों ने मंत्री जी से शिकायत दर्ज कराया जिसपर उन्होंने अधीक्षिका को तत्काल कार्यवाही करने का निर्देश दिया।