कोटेदारो से मिल तय कर दी लेखपालो ने पात्रता
इमरान सागर
तिलहर,शाहजहाँपुर :- कोटेदारो की मिलीभगत से सरकारी सस्ता गल्ला की पात्रता लेखपालो के सत्यापन से तय होकर सूचि से नाम गायब कर दिए गये जिसके कारण असल पात्र गृहस्ती कोटा एव तहसील की चौखटो पर ठोकरे खाती नज़र आ रही है! प्राप्त जानकारी के अनुसार राशन नवीनीकरण की ऑन लाईन प्रणाली के तहत चलने वाला सत्यापन पूर्ण रूप से कोटेदारे के कन्ट्रोल में नज़र आया हालाकि स्थानीय स्तर पर तहसील प्रशासन का कन्ट्रोल मात्र एक दिखाबा रहा! राशन कार्ड नवीनी करण के तहत ऑन लाईन करने में जनसेवा केन्द्रो की भुमिका भी कम संदिग्ध नज़र नही आती क्यूंकि गरीबो से दो और तीन सौ रुपये लेने के बाद भी ठीक तरह से पूर्ण पेपर सम्मिट नही किए गये जिसके तहत पात्रो के नाम ही सूचि में नही आ सके और साथ ही रही सही कसर सत्यापन कर्ताओं ने कोटे पर बैठ कर कोटेदार की मर्जी से किए गये सत्यापन ने पूरी कर दी!
हालाकि सरकार द्वारा क्षेत्र को भेजे जाने वाले राशन की मात्रा भरपूर है और उसे कोटेदारो के जरिय राशन माफियाओं के हाथो में सौप मोटा माल कमाया जा रहा है! सरकार द्वारा विभिन्न याजनाओ का लाभ गरीबो को मिलने से अधिक माफियाओं को मिल रहा है! इसके विभिन्न उदाहरण अक्सर देखने को मिलते रहते है! कोटो पर बटने वाले राशन का क्षेत्र में गोदाम पर राशन उठान के समय कोटेदारो से अधिक राशन माफियाओं से घिरा नज़र आता है और इतना ही नही बल्कि गोदाम प्रभारी पर पूरी तरह राशन माफियाओं के सामराज्य का खौफ देखने को मिलता है! गाहे बगाहे बड़ी शिकायत पर स्थानीय अधिकारी पहुंच तो जरूर जाते हैं लेकिन कभी ठोस कार्यवाही होते आज तक नज़र नही आई!
माना जा रहा है कि प्रदेश नई भारतीय जनता पार्टी की सरकार शपथ के इन गड़बड़ी करने वालो के साथ रहम नही करेगी और उत्पीड़न झेल रही जनता के साथ न्याय कर उनका हक उन्हे दिलाने का काम जरूर करेगी लेकिन यह अभी समय के गर्भ में है कि कब! हो चाहे जब तब तक के लिए इन्तज़ार और मायूसी के सिवा कोई चारा नज़र नही आता!