फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। जानकारी
के अनुसार फायर मैन धर्मेन्द्र तिवारी को पैर में परेशानी के कारण इलाज के लिए मेडिकल
कालेज में भर्ती कराया गया था। चिकित्सक ने पैर के आपरेशन की सलाह दी थी तथा एक सप्ताह
बाद आपरेशन करने को कहा था। आरोप है कि शनिवार की शाम एक सफाई कर्मी द्वारा फायर कर्मी
को इंजेक्शन लगाया जिसके बाद उनकी तबियत बिगडने लगी। जब तक लोग कुछ समझ पाते, तब तक उनकी मौत हो गयी।
फायर मैन की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया।
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