महराज़गंज ज़िले के बिरजमंनगंज थाने के गोपालपुर ग्राम सभा के कोटीय़ा टोले में हुई मानवता शर्मसार
एक माता पिता कितने खुश होते है जब उन्हें औलाद की प्राप्ति होती है, और यह खुशी और भी आसमान छू लेती है जब औलाद लड़का हो। माँ बाप दिल मे लाखों अरमान पाल कर रात दिन एक कर लालन पालन करते है। अपने हिस्से की खुशियाँ अपने बच्चों पर निछावर कर उनकी बुलाए अपने सर ले लेते है। साथ ही साथ एक उमीद यह पालके रखते है की उनकी ढलती उमर के साथ बढ़ते बच्चे एक दिन उनके बुढ़ापे मे उनका सहारा बनेगे।
पर सब ऐसे खुशनसीब नही होते की उनकी उम्मीद उनके सपने पूरे हो सके। बच्चे बड़े होकर अपने मा बाप के तपस्या व उनके स्नेह व प्यार को भूल जाते है। वो भूल जाते है की वो वही मजबूत पेड़ है जिन्होंने छोटी बेलो को सहारा दे अपने उपर चढाया है। आज हमारे समाज मे बुढ़ो के साथ किस तरह का बरताव किया जा रहा है खुद देखे इस इस वीडियो में और विचार करे.
यह घटना महराज़गंज ज़िले के बिरजमंनगंज थाने के गोपालपुर ग्राम सभा के कोटीय़ा टोले का है। उम्र के आगे लाचार बृद्ध ने धर के पास ही शौच कर दिया। यह देख कर धर की मालकिन बहू इस कदर बिगड़ गयी की मानवता व शर्म लिहाज को पार करते हुए बृद्ध को जानवरों की तरह पीटने लगी और गाली देने लगी। वो यह भी भूल गयी कि यह वही व्यक्ति है जिसने तब सहारा दिया था जब वो चलने के क्या खड़े होने के लायक नही थे। कितनी बार अपने उपर ही शौच करने दिया अपने हाथों से सौच को साफ किया। ऐसे निर्दयी लोगो के ऊपर कानुनी कार्यवाही होनी चहीए व समाज से भी बहिष्कार करना चहिए ।