अमेठी. उत्तर प्रदेश के अमेठी में योगी इफेक्ट देखने को मिलने लगा है, शुक्रवार को हुई शिकायत के बाद 24 घंटे के अंदर अमेठी के डीएम योगेश कुमार ने पीएससी महोना और सीएचसी बाजारशुकुल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने मिली खामियों पर सीएमओ से लेकर अस्पताल के प्रभारियों तक को फटकार लगाई। मज़े की बात तो ये है कि ये फटकार भी तब लगी कि जब डीएम के निरीक्षण से पहले सीएमओ इन अस्पतालों की चाक चौबंद कराने पहुंचे थे।
गैर हाज़िर कर्मियों के खिलाफ डीएम ने दिए एफआईआर के निर्देश
शुक्रवार को शिकायत मिलने के बाद शनिवार को डीएम योगेश कुमार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महोना का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रजिस्टर का अवलोकन किया। डा. अविनाश राय लैब असिस्टेंट, एस.के. रघुवंशी फार्मासिस्ट व ए.के. श्रीवास्तव एम.ओ.सी.एच. अनुपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी ने अनुपस्थित सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का सी.एम.ओ. को निर्देश दिया।
10 बजे मरीज़ देखने पहुँचते हैं डाक्टर
इस बीच डीएम ने वार्ड ब्वाय संतोष कुमार से पूछा कि अस्पताल की टाइमिंग क्या है? जिस पर उसने जवाब देते हुए कहा कि साहब समय तो 8 बजे से 2 बजे तक का है पर डा. साहब 10 बजे आते हैं। यही नहीं डीएम ने ओ.पी.डी. रजिस्टर चेक किया तो दवाओं का विवरण सही से अंकित ही नहीं था। सफाई कर्मी एक ही होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की उन्होंने तीन और सफाई कर्मियों के लिए डी.पी.आर.ओ. को निर्देशित किया। इसी क्रम में ग्रामीणों ने डीएम से अनुरोध किया कि यहां रात्रि में एक डा. की उपस्थिति सुनिश्चित करायें। वार्ड ब्वाय संतोष कुमार के बताये जाने पर कि यहां चोरी भी हो गयी थी इस पर जिलाधिकारी ने एस.पी. से एफ.आई.आर. दर्ज करवाकर कार्यवाही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बिना लिखा पढ़ी के गायब थे ये कर्मचारी
यहां से डीएम सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बाजारशुकुल पहुँचे। निरीक्षण के दौरान डा. संजय शुक्ला ए.ओ. व सीता वर्मा ई.टी.ओ. बाहर गये थे, इस पर डीएम ने भ्रमण पंजिका का अवलोकन किया जिसमें किसी प्रकार का आने-जाने का समय अंकित नहीं था। डीएम ने ओ.पी.डी., कोल्ड चैन कक्ष, सेफ वार्ड, लेवर रूम, एकाउन्ट मैनेजर कक्ष, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कक्ष, नेत्र परीक्षण कक्ष सहित अन्य कक्षों का गहन निरीक्षण किया। जिसमें कई प्रकार की कमियां पायी गयी।
जिलाधिकारी ने सी.एम.ओ. को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि समस्त सुविधाएं सुनिश्चित की जाय नही तो सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। यहां ग्रामीणों ने डीएम को बताया कि रिटायर्ड ए.एन.एम. रामेश्वरी श्रीवास्तव के द्वारा अभी तक सरकारी आवास खाली नहीं किया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश सी.एम.ओ. को दिया। स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर चल रही अवैध दुकानो को हटवाने के लिए एस.डी.एम. मुसाफिरखाना व बी.डी.ओ. बाजारशुकुल को निर्देशित किया।
लीक हो रही डीएम के औचक निरीक्षण की ख़बर
बता दें कि डीएम के निरीक्षण में ये सारी खामियां तब पाई गई के जब बीते शुक्रवार को स्वयं सीएमओ ने दोनों स्थानों का निरीक्षण किया था। आखिर इसके बाद खामियां कैसे मिली और डाक्टर और स्टाफ नदारद क्यों रहा? कहीं ऐसा तो नहीं ये सारी लापरवाही सीएमओ के संरक्षण में तो नहीं बरती जा रही?
इससे भी अधिक चौंकाने वाला पहलू ये है कि डीएम के आज के औचक निरीक्षण की ख़बर पर सीएमओ पहले ही यहां नीट एंड क्लीन करने के लिए पहले ही पहुँच चुके थे। ऐसे में बड़ा सवाल ये है के आखिर डीएम कार्यालय या उनके प्रशासनिक अमले में वो भेदी कौन है जो डीएम के हर औचक निरीक्षण की ख़बर को लीक कर रहा है?