कौशाम्बी. तब्जिल अहमद
सेक्शन आफीसर की मौत के मामले में आया नया मोड़ | मृतक की बीवी ने दरोगा समेत दो के खिलाफ हत्या कर शव ठिकाने लगाने की दी तहरीर | पुलिस ने दरोगा समेत दो के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरु की |
पूरामुफ्ती थाने के मनौरी गांव निवासी ओमप्रकाश पाल इलाहाबाद हाईकोर्ट में सेक्शन आफीसर के पद पर कार्यरत थे | इधर लगभग नौ वर्षों से वह खुल्दाबाद थाने के लूकरगंज में अपना निजी मकान बनवा कर रह रहे थे | मृतक की पत्नी प्रभावती के अनुसार बगल में रहने वाला दरोगा प्रदुम्न सिंह काफी दिनों से मकान हथियाने का दबाव बना रहा था | मृतक के मकान बेचने से इंकार करने पर उसे जान से मारने की धमकी और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी थी | कुछ दिनों पहले मृतक के बेटे समेत तीन लोगों के खिलाफ अतरसुइया थाने में अपहरण का मामला भी दर्ज कराया था| दरोगा की प्रताड़ना से आजिज आकर ओमप्रकाश अपनी बीवी के साथ अपने पैतृक मकान में आकर रहने लगे | 03 अप्रैल की सुबह ओमप्रकाश टहलने को कहकर घर से निकले | थोड़ी देर के बाद उनका शव कुसवां गांव के समीप रेलवे लाइन किनारे क्षत-विक्षत मिला| मृतक की पत्नी के अनुसार दरोगा अपने कुछ साथियों के साथ कई दिनों से घर के इर्द-गिर्द मंडरा रहा था | प्रभावती ने थाने में दी तहरीर में बताया कि दरोगा ने अपने एक साथी अनुभव के साथ मिलकर ओमप्रकाश की हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया | पुलिस ने दरोगा समेत दो के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है |