लगभग तीन साल पहले अपने पिता को ट्रेन में बैठा जानकर उसमें सवार हो गया और कहीं चला गया। फिर उसका पता ही नहीं चल पा रहा था। छेदी वर्मा व उसकी पत्नी संगीता ने पुत्र की काफी तलाश की, लेकिन कहीं पता नहीं चला। अमन के मंदबुद्घि के होने के कारण परिजनों ने उसके वापस मिलने की संभावना लगभग छोड़ दी थी। चार दिनों पहले छेदी को एक परिचित ने अमन के सिकन्दरपुर थाना क्षेत्र के बालूपार गांव में होने की सूचना दी। छेदी बालूपुर गया और वहां अपने पुत्र को देखकर अवाक रह गया। अमन में काफी बदलाव आ गये थे। इस वजह से छेदी थोड़ा असमंजस में पड़ गया। वह बेटे की पहचान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पत्नी को बालूपुर लाने के लिए वापस घर चला गया। उधर, पिता को देख अमन काफी दूर तक उनके पीछे-पीछे गया। रविवार को छेदी व संगीता बालूपुर गांव गये वहां से खुशी-खुशी अमन को घर ले आये।
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