कादीपुर / हरिशंकर सोनी
छोटे और मझोले पूंजी वाले युवक चंद पैसो के आमदनी के लालच में बैंको की फ्रेंचाईजी लेकर अपना व अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले युवको पर लगता है बैंक कहर बनकर टूटेगा, कारण है बैंक कर्मियों कि लापरवाही पूर्वक व्यवहार, ग्राहकों के पैसे फंस जा रहे है और महीनो तक बिना किसी कार्यवाही के के पैसे वापस मिलने है और जिसक दिवा
मौजूदा घटना दोस्तपुर (सुलतानपुर) कि है जहा इस समय सरकार ने कुछ संस्थाओ को बैकों से मिनी सेन्टर जगह जगह खोल कर आधार कार्ड से पेमेन्ट कराया जा रहा है व जमा कराया जा रहा है वही उप्पभोक्ताओ के खाते से पैसा निकालते समय फेल बताने के बाऊजूद भी उप्पभोक्ताओ के खाते से पैसा कट जा रहे है और मिनी ब्रांच संचालक बार बार बैक मे कम्पलेन कर रहे मगर मगर तीन तीन महीने बीत गया मगर पैसे वापस नहीं आये है. अब जब ज्यादा समय बीत गया है तो उप्पभोक्ताओ का सब्र टूट रहा है आज एैसा ही एक मामल दोस्तपुर के एक मिनी सेन्टर पर मामला प्रकाश मे आया है यहाँ पर एक महिला का दस हजार 17 अप्रेल को निकल गया अभी तक वापस नही आया है वही एक पुरूष आज चार महीने से मिनी ब्रांच का चक्कर लगा के थक चुका है उसका दो हजार और चौतीस सौ रूपया एक ब्यक्ति का तीन माह से गया है आज तक वापस नही आया वही अब उप्पभोक्ताओ का कहना है कि हमारा पैसा आप के यहाँ से कटा है आज तक बैक से एैसा तभी नही हुआ हम नही जानते हमारा पैसा चाहे जहाँ से लाओ वरना अच्छा नही होगा अब मिनी ब्रांच संचालक बडे धर्म सकट मे है अधिकारी सुन कर अनसुना कर देते है और उप्पभोक्ता मार करने को तैयार इस तरह से मिनी ब्रांच संचालक बडे ही धर्म सकट मे फसे और उप्पभोक्ता अब इनके ईमानदारी पर भी सवाल उठ रहा है
एैसा ही एक मामला कुछ दिन पहले आया था एक मिनी ब्रांच संचालक का कि उप्पभोक्ता ने सौ नम्बर पर काल कर पुलिस बुला ली थी और पुलिस संचालक को थाने ले गयी कई घन्टो के बाद किसी तरह से मामला शान्त हुआ था क्या यह अधिकारियों के कानो तक बात नही पहुँची होगी मगर अधिकारियों के कानो मे जूँ तक नही रेगी देखा यह है कि ये सेन्टर संचालक अपने घर से लोगो का पैसा वापस करते है या फिर उप्पभोक्ताओ की लाठी बीच सडक पर खायेगे या फिर उप्पभोक्ताओ के खाते मे पुन:पैसा जल्द से जल्द वापस आता है की नही