अब्दुल रज़्ज़ाक
जयपुर –सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आॅफ इण्डिया कोटा की और से कथित गौरक्षको की गुण्डागर्दी व पहलू खां की हत्या के खिलाफ 07 अप्रैल 2017 को दोपहर 3 बजे नयापुरा स्टेडियम के बाहर से रैली के रूप में अग्रसेन चैराहा होते हुए जिला कलेक्ट्रेट पर पंहुचकर सभा में तब्दील हुई । जिसमें सैकडों की तादाद में लोग पैदल व बाइक से रैली के रूप में पंहुचे। विरोध प्रदर्शन में एसडीपीआई राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष मो. रिजवान खान, प्रदेश उपाध्यक्ष सीताराम खोईवाल, पाॅपुलर फ्रन्ट के प्रदेश अध्यक्ष आसिफ मिर्जा, एसडीपीआई के प्रदेश महासचिव मो. हनीफ, प्रदेश सचिव महबूब अली, जिला महासचिव नावेद अख्तर, पाॅपुलर फ्रन्ट के कोटा जिलाध्यक्ष शोएब हुसैन, आॅल इण्डिया इमाम कौंसिल के जिलाध्यक्ष मकसूद रजा सहित जिला कार्यकारिणी, कैडर्स व शहर के तमाम जिम्मेदार लोग मौजुद थे।
एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष मो. रिजवान खान ने अपने संबोधन में कहा ।कि गत शनिवार को जयपुर मेले में से दो पिकअप में सवार पांच जने दुधारू गाय को पालने हेतु अपने गांव लेकर जा रहे थे तो अलवर जिले के बहरोड कस्बे में सैकडों की तादाद में झूठे गौरक्षकों ने हाईवे पर उन्हें भगा भगा कर मारा। और काफी देर बाद पुलिस के पंहुचने के बावजुद भी पुलिस मूकदर्शक बनी रही ।जबकि गाय ले जा रहे युवकों के पास पशु खरीद के दस्तावेज भी मौजुद थे ।लेकिन उनकी एक ना सुनते हुए उनके साथ बुरी तरह मारपीट की गई। जिन्हें बहरोड के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर 4 अप्रैल को उनमें से एक पहलू खां की मृत्यु हो गई।
मृतक के भाई द्वारा एफआईआर दर्ज करवाने के बावजुद भी दोषियों की गिरफ्तारी नहीं की गई। एसडीपीआई मांग करती है कि गौरक्षा के नाम पर हत्या करने वाले लोगों को गिरफ्तार कर कडी से कडी सजा दी जाए ।साथ ही उन्होने इस तरह के संगठनो पर पाबन्दी लगाने की मांग की। पाॅपुलर फ्रन्ट के प्रदेश अध्यक्ष आसिफ मिर्जा ने कहा कि यह संगठन ना तो किसी राज्य की पुलिस का हिस्सा है ।और ना ही देश की किसी सेना की टुकडी, जो सरेआम अपने नियम और अपने कानून बनाकर मुसलमानो को आंतकित करने मे जुटी है।
देश का हर अमन का पैरोकार नागरिक यह जानना चाहता है। कि इस संगठन की कार्यवाही कौनसे कानून का हिस्सा है ।अथवा देश का कानून व हुकूमत इतनी कमजोर पड़ गयी हैं । कि इस देश की सरकार आंतकी संगठन पर लगाम लगाने मे सफल नही हो पा रही है? या फिर यह सब होते देखकर भी कानून व हुकुमत चुप्पी साधे हुई है। एसडीपीआई के प्रदेश उपाध्यक्ष सीताराम खोईवाल ने कहा कि जबसे यूपी में बीजेपी सरकार बनी है ।तब से देश में मुसलमानों के ऊपर हमले व साम्प्रदायिक हमलों में अचानक तेजी आ गई है। इसी तरह राजस्थान में भी पिछले कुछ दिनों में साम्प्रदायिक घटनाएं घटी है। जिन्होंने पूरे प्रदेश में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। जो कि देश की शांति व भाईचारे के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। विरोध प्रदर्शन को आॅल इण्डिया इमाम कौंसिल के जिलाध्यक्ष मकसूद रजा ने भी संबोधित किया।
अन्त में जिला महासचिव ने कहा । कि हम देश के हर अमनपसंद नागरिक की बात एसडीपीाअई के माध्यम से देशहित व देश के कानुन व हुकुमत की गरीमा की हिफाजत करते है ।साथ ही उन्होंने ज्ञापन पढकर सुनाया ।और निम्न मांगो को पुरा करने की मांग की गई।
1. अलवर मे हुए घटनाक्रम के जिम्मेदार लोगों को आतंकी करार देकर फांसी की सजा सुनाई जाये!
2. ऐसे गौरक्षा की आड मे नरभक्षकों के संगठनों पर रोक लगाई जाये। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाये कि पुलिस अथवा सरकार द्वारा अधिकृत किसी एजेंसी के अलावा ऐसा कोई भी संगठन ऐसी चैकिंग नही कर पाये!’
3. अगर कोई संगठन या व्यक्ति ऐसी चैकिंग या गतिविधि मे लिप्त पाया जाता है। तो उसे कडी से कडी सजा दी जाये.।
4. मृतक पहलू खां के परिजन को 1 करोड़ व प्रत्येेक घायलों को 10-10 लाख रूपये मुआवजा तुरन्त प्रभाव से दिया जाना चाहिए।
5. इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच एजेंसी करवाई जानी चाहिए।