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हत्या के चार माह बाद महिला की हुई पहचान, दो गिरफ्तार

मो आफताब फारूकी

इलाहाबाद। जिले के हण्डिया थाना क्षेत्र के बैरगिया नाले के समीप जंगल में हत्या करके फेकी विवाहिता की पहचान लगभग चार माह बाद इंस्पेक्टर कृष्णवीर सिंह के अथक प्रयास के बाद हुई। आरोपी मृतका के पति व देवर को गिरफ्तार किया।

उल्लेखनीय है कि उक्त थाना क्षेत्र के बैरगिया नाले के पास झाड़ियों में 22वर्षीय विवाहिता का शव 16 दिसम्बर 2016 को लावारिश हालत में पाया गया। पुलिस ने तीन दिन इन्तजार के बाद उसके शव का अन्त्य परीक्षण कराया। जिसमें खुलासा हुआ कि उसकी गला घोटकर हत्या की थी। पुलिस ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज करके जाॅंच शुरू कर दिया।  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर इंस्पेक्टर कृष्णबीर सिंह विवेचना जारी रखा। विवेचना के दौरान पुलिस को खबर मिली कि इसी थाना क्षेत्र के जिरायत रामेश्वर गाॅंव के निवासी मदन कुमार बिन्द पुत्र रामचन्द्र बिंद एक लड़की को गाजियाबाद से भगाकर ले आया था। जिसके व्यवहार से मदन के परिवार के लोग खुश नहीं थे। जिसे लेकर उसके घर विवाद भी हुआ था और उसे उसके परिवार के लोग प्रताड़ित करते थे। जिससे वह अपने पति के साथ इलाहाबाद के लिए गई, उसके बाद उसका कोई अता-पात नहीं चल रहा है। यह जानकारी मिलते ही पुलिस ने आरोपी मदन कुमार बिंद को हिराशत में लेकर पूंछताछ किया तो राजखुल गया। लेकिन जबतक उसके माॅं-बाप को पता न चल जाता, आरोपी को कैसे जेल भेजा जाता। पुलिस आरोपी को लेकर गाजियाबाद गयी जहाॅं युवती के माता-पिता नहीं मिले वह कहीं दूसरे स्थान पर चले गये। हालांकि उसके परिवार के लोग किसी तरह खोजने पर मिल गये। परिजनों के द्वारा फोटो के सहयोग से उसकी पहचान कराने के बाद, शनिवार को आरोपी मदन व उसके भाई अरविन्द को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत करके जेल भेजने की कार्रवाई की।
मृतका की पहचान रामा 22 पुत्री टोरीलाल निवासी रामपुर थाना कटरा जिला सहारनपुर के रूप में की गयी। मृतका के पिता रिक्शा चलाकर किसी तरह जीवन यापन करने के लिए गाजियाबाद में ही अपने परिवार के साथ रहता था। जहाॅं हत्यारोपी मदन कमाने के लिए गया था। जहाॅं दोनों में प्रेम हो गया और वह उसे लेकर वहाॅं से भाग निकला और उससे शादी कर ली और अपने घर लेकर आया। जहाॅ पर वह कुछ दिन थी भी। लेकिन मदन के परिवार वालों को उसकी चाल -चलन ठीक नहीं लगा। जिससे उसे लोग प्रताड़ित करने लगे। अब मदन उसे बचने के लिए इलाहाबाद शहर कमाने के लिए चला गया। रामा भी अपने पति के पास चली गयी। जब वह इलाहाबाद गयी तो मदन अपने भाई अरविन्द को बुलाया और उसकी हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने की नियत से बैरगिया नाले के पास फेक दिया।
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