आफताब फारूकी
इलाहाबाद। यदि हौसला बुलंद रहेगा तो यकीनन कामयाबी मिलेगी ही। जीवन इल्म तो आवश्यक है, यदि इल्म के साथ इंसानियत का पुट नही होगा तो इस प्रकार के इल्म का कोई मतलब नही है। वास्तव में इल्म ही है जो हमें इंसानियत का पाठ पढ़ाती है। उक्त बातें अल्पसंख्यक कल्याण उ.प्र. के पूर्व निदेशक फैजुर्रहमान ने लालगोपालगंज के मदरसा हबीबिया इस्लामिया कालेज ने मेधावी छात्रों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने मदरसे के छात्र-छात्राओं से कहा कि उन्हें अध्ययन और अपने उद्देश्यों के प्रति पूरी निष्ठा के साथ लगकर लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संकल्पित होना होगा, क्योंकि समर्पण के साथ संकल्प कभी शिकस्त नही खाता। इस अवसर पर मदरसे की ओर से अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के पूर्व निदेशक को प्रशस्ति पत्र एवं शाल देकर सम्मानित किया गया।
मण्डलीय अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी शिव प्रकाश तिवारी ने लालगोपालगंज के इस मदरसे की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने मण्डल में इस मदरसे के शैक्षिणिक वातावरण को सबसे अच्छा पाया है। मदरसे के प्रबंधक डॉ. एम.यू फारूकी ने पूर्व निदेशक एवं मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि यह मदरसा 108 साल पुराना है और जंगे आजादी में सेनानियों को इस मदरसे की ओर से मदद की जाती थी। जिला सूचना अधिकारी जे.एन यादव, राष्ट्रीय रामायण मेला के अध्यक्ष एवं उच्च न्यायलय के अधिवक्ता बाल कृष्ण पाण्डेय, समाजसेवी रजिया सुल्तान, प्रवीण कुमार अग्रवाल पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष, मुख्तार अहमद, मंजूर हुसैन फौजी, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर मदरसे के कुल 457 छात्राओं को राज्य सरकार की ओर से यूनिफार्म का वितरण किया गया और मदरसे के होनहार छात्राओं को सर्टिफिकेट देकर अतिथियों ने सम्मानित किया।