सी.पी.सिंह विसेन
बलिया:– तहसील क्षेत्र बिल्थरारोड मे बाबा साहब डा भीमराव अंबेडकर जयंती पखवारा के अवसर पर क्षेत्र के खंदवा ग्राम के बौद्ध बिहार में सोमवार को विश्व बौद्ध महासंघ के तत्वावधान में तथागत भगवान बुद्ध की आदमकद प्रतिमा का अनावरण सारनाथ (वाराणसी) के भंते प्रियदर्शी महाराज के कर कमलों संपन्न हुआ।उक्त अवसर पर बिल्थरा रोड विधान सभा क्षेत्र से पधारे सैकड़ों बौद्ध धर्म के अनुयायियों ने धम्म दीक्षा के तहत बौद्ध धर्म स्वीकार किया तथा सामूहिक रूप से संकल्प पत्र का पाठ किया।
श्री भंते ने कहा कि तथागत भगवान बुद्ध के संदेश को अपने जीवन में उतारने से ही राष्ट्र की प्रगति एवं सामाजिक समरसता कायम किया जा सकता है।इसके लिए सभी लोग एकजुट होकर सामाजिक एवं राजनीतिक क्रांति के लिए तत्पर रहें।प्रमुख वक्ताओं में इलाहाबाद,वाराणसी,लुम्बिनी,कौशांबी आदि जिलों से आये बौद्ध धर्म के गुरुओं ने बुद्ध एवं बौद्ध धर्म की महत्ता की चर्चा विस्तार से किया। बाबा साहब अंबेडकर की आदमकद प्रतिमा के दक्षिण पार्श्व में स्थापित भगवान बुद्ध की भब्य प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा विधि विधान से पूजन किया ।उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में पधारे पूर्व मंत्री घूराराम एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में राम बचन राम(आइ ए एस)ने बाबा साहब एवं तथागत की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर पूजन किया।समारोह को संबोधित करते हुए घूराराम ने कहा कि आज भारत में मनुवाद के चलते लोकतंत्र खतरे में है।इसे बचाने के लिए अंबेडकरवाद को चुनना होगा।