वीनस दीक्षित
भारतीय टीम के युवा खिलाड़ी और आईपीएल-10 में दिल्ली की ओर से खेल रहे ऋषभ पंत के पिता राजेंद्र पंत का बुधवार रात आस्मिक निधन हो गया। वह 53 साल के थे। पिता के मौत की खबर मिलते ही ऋषभ आईपीएल छोड़ घर वापस चले गए। बता दें कि बुधवार कि रात नौ बजे जब उनकी पत्नी सरोज पंत खाने के लिए उन्हें उठाने की कोशिश की तो वह नहीं उठे। आनन-फानन में उन्हें रुड़की रेलवे रोड स्थित एक निजी हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पिता की मौत खवर सुनते ही ऋषभ ने टीम मैनजमेंट को सूचित कर घर पहुंचे। आज उनके पिता का हरिद्वार में अंतिम संस्कार किया गया । दिल्ली डेयरडेविल्स का पहला मैच 8 अप्रैल को होना है। अब देखना होगा कि शोक में डूबे ऋषभ कब तक टीम से वापस जुड़ते हैं ? हालांकि रणजी में दिल्ली की ओर से खेलते हुए इस बार उन्होंने शादार प्रदर्शन किया था। ऐसे में फैंस को इस आईपीएल में भी उनसे बेहतरीन बल्लेबाजी की उम्मीद थी।
बता दें कि उत्तराखंड के रुडकी में ऋषभ पंत का पैतृक गांव है। यह विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी को अपना आदर्श मानता है। ऋषभ बचपन से ही पिता से कहते थे कि एक दिन वह टीम इंडिया के लिए खेलेंगे। जब ऋषभ रुडकी से प्रैक्टिस के लिए दिल्ली आते तो कई बार मोती बाग गुरुद्वारे में लंगर खाते थे। साथ ही अक्सर वहां सो भी जाते। पिता का मानना था कि ऋषभ ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की है।