संवाददाता /मिठौरा
स्वच्छ भारत मिशन के तहद जहाँ देश के वजीर-ए-आजम भारत को पूरी तरह साफ व स्वच्छ रखने मे लगे है, तमाम कार्यक्रम व जागरूकता के लिए करोणो अरबों खर्च कर रहे है। वही देश की प्रथम पायदान व देश के भविष्य नवनिहालो को जिवन पथ पर चलने हेतु शिक्षित करने वाले सरकारी बिद्यालय व शिक्षकों को स्वच्छता से कोई सरोकार नही है।
समाज व सभ्यता का यह प्राथमिक तंत्र इस स्वच्छता मिशन व अपने कर्तव्यों को मुँह चिढा रहा है। इसे न तो सरकार से सरोकार है न तो समाज व नही छोटे-छोटे बच्चों के स्वास्थ्य से, जबकी तमाम जानलेवा बिमारियो का कारण गंदगी है यह पाठ पढाने वाले ही बच्चों को गंदगी के सैलाब मे रखे हुवे है।
PNN24 की जाच पड़ताल की इस मुहीम मे मामला सामने आया- महाराजगंज जनपद के विकास खंड मिठौरा के प्राथमिक विद्यालय का। विद्यालय के गेट के सामने एकत्र कचड़ो का अंबार व बदबू से टीम ब्याकूल हो गयी,आलम यह था कि थोड़ी देर मे हमारे ब्यूरो को तबियत ही बिगड़ गयी। अब जरा सोचे की छोटे बच्चों को विद्यालय आने जाने व समय बिताने पे क्या हालत होती होगी।कुछ स्थानीय लोगो ने बताया की इस बाबत कईयो बार सिकायत की गयी पर प्रशासन मौन है और अब मीडिया ही कोई मदद कर सकता है। आस पास के लोगों व अभिभावको में आक्रोश है ।
।।रिपोर्टर रंजीत कुमार गुप्ता।।